ग्रेटर नोएडा
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बुधवार से यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का शुभारंभ हो गया। इसके उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी समेत उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश शासन और 25 करोड़ की जनता की ओर से उपराष्ट्रपति का स्वागत करता हूं। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से आनंद और प्रोत्साहन का अवसर है। इस महीने में उप्र को दूसरी बार उपराष्ट्रपति का सानिध्य प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने कहा कि यूपी देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य तो है ही एमएसएमई की सर्वाधिक यूनिट रखने वाला राज्य भी है। 96 लाख एमएसएमई यूनिट 75 जिलों में हैं। उप्र में कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार एमएसएमई दे रहा है। 2017 के पहले यह मृतप्राय था। जिसका लंबा इतिहास रहा, जो आजादी के बाद टेक्नोलॉजी नहीं मिलने, उचित प्रोत्साहन नहीं मिलने पर बंदी की कगार पर पहुंच गए। 2017 में जब हमारी सरकार आई, तब आत्मनिर्भर भारत के तहत कार्यक्रमों को बढ़ाया। हम 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडेक्ट' लेकर आए। उसकी ब्रांडिंग के लिए डिजाइनिंग-पैकेजिंग टेक्नोलॉजी दी।
उन्होंने कहा कि उप्र, देश-दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी। उस समय उप्र में श्रमिक काम कर रहे थे। मै निश्चिंत था। 40 लाख कामगार जो उप्र में आए थे, यूपी में आते ही उनकी स्किल मैपिंग कराई। एक-एक जनपद में स्किल के अनुसार काम दिया। परिणाम था कि कहीं अव्यवस्था नहीं फैली। यही कारण है भारत की 5 ट्रिलियन इकोनॉमी के सपने में 1 ट्रिलियन यूपी का योगदान है। यूपी ग्रोथ इंजन के रूप में जाना जा रहा है। उप्र में देश का सबसे बड़ा एमएसएमई बेस है। अनेक कार्यक्रम भारत सरकार के साथ मिलकर किए हैं। जो भी यूनिट हैं, मात्र रजिस्ट्रेशन पर किसी आपदा का शिकार होती है तो तत्काल 5 लाख का बीमा देते हैं। तेजी के साथ उप्र में बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग सेक्टर में जो कार्य और प्रोडेक्शन हुआ है, वो यहां शोकेस हो रहे हैं। इसे गत वर्ष 21 सितंबर से 25 सितंबर तक ट्रेड शो में भी दुनिया ने देखा था। पहले ट्रेड शो का उद्घाटन राष्ट्रपति ने किया था। दूसरे संस्करण का शुभारंभ उप राष्ट्रपति कर रहे हैं। यूपी के उद्यमियों को अपने आप को दुनिया के सामने वैश्विक मंच पर लाभ मिलेगा। प्रदेश बेहतरीन इंफ्रा के लिए जाना जा रहा है। हम छह एक्सप्रेसवे पर काम कर रहे हैं। 11 एयरपोर्ट कार्यरत हैं, 10 पर काम कर रहे हैं, चार क्रिया शील हैं। देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर में बन रहा है। इसे साल के अंत तक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे भी महाकुंभ से पहले शुरू हो जाएगा। हमारे यहां सड़क और रेल का नेटवर्क मौजूद है। कानून व्यवस्था के साथ ही स्किल मैन पावर यहां मौजूद है। 2 करोड़ युवा को तकनीकी स्किल दी जा रही है।