इंदौर
देश के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी (एनआइटी) त्रिची में पढ़ने वाली इंदौर निवासी छात्रा लापता हो गई है। एनआईटी त्रिची (तमिलनाडु) के हॉस्टल से एमसीए प्रथम वर्ष की छात्रा ओजस्वी गुप्ता 11 दिन से गायब है।
छात्रा के घरवालों ने आरोप लगाया है कि कक्षा के लड़कों की प्रताड़ना से परेशान होकर छात्रा को हॉस्टल छोड़ना पड़ा। 15 सितंबर सुबह हॉस्टल से निकली ओजस्वी का 24 सितंबर शाम तक पता नहीं चला। हॉस्टल छोड़ने से पहले छात्रा ने एक पत्र में लिखा था कि पुरुष प्रधान समाज में रहना आसान नहीं है।
इंदौर में रहने वाली छात्रा के स्वजन उसकी तलाश में तमिलनाडु पहुंच गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मदद की गुहार लगाई है। इंदौर के सूर्यदेव नगर में रहने वाली ओजस्वी की एनआईटी के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में आल इंडिया 78वीं रैंक बनी थी। इसके बाद उसका प्रवेश देश के प्रतिष्ठित संस्थान एनआईटी में हुआ था।
पुलिस को पत्र मिला, बता नहीं रहे
त्रिची में मौजूद छात्रा के भाई पलाश गुप्ता ने नईदुनिया से बात करते हुए कहा कि 15 सितंबर को उन्हें त्रिची के दुआकुडी पुलिस स्टेशन से फोन आया था। उन्होंने हमसे कहा कि आपकी बेटी हॉस्टल से लापता हो गई है। हमें सीधे त्रिची पहुंचने के लिए कहा गया।
पहले पुलिस ने बताया था कि उन्हें उसके कमरे में पत्र मिला है। इसमें लिखा है कि पुरुष प्रधान समाज में रहना आसान नहीं है। हम त्रिची पहुंचे तो कॉलेज के विद्यार्थियों ने बताया कि उसे कक्षा प्रतिनिधि (सीआर) बना दिया गया था। वहां फर्स्ट ईयर में 90 में से सिर्फ 18 लड़कियां हैं।
ऐसे में लड़की का सीआर बनना उन्हें मंजूर नहीं था। लापता छात्रा के भाई पलाश के अनुसार पुलिस अब हमें पत्र नहीं सौंप रही। इस बीच संस्थान के चौकीदार के नाम से एफआईआर दर्ज करवाकर लिख दिया गया कि पढ़ाई के बोझ से परेशान होकर वह लापता हुई है।