गुरुग्राम
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय भूतल सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस साल के अंत तक हरियाणा का हाईवे इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका से बेहतर हो जाएगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि दिल्ली-गुरुग्राम के बीच दिल्ली-जयपुर हाईवे को एलिवेटेड बनाया जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लगे गुरुग्राम और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे के बीच ट्रैफिक को और बेहतर बनाने के मकसद से सुझाव देने के लिए दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने एक कसंलटैंट को नियुक्त किया था. अब कंसल्टेंट कंपनी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.
कंपनी ने द्वारका के पास अतुल कटारिया चौक और समालखा के बीच पुरानी दिल्ली गुरुग्राम रोड पर पांच किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क के निर्माण करने की सिफारिश की है.
एलिवेटेड रोड जरूरी क्यों?
इस बीच जीएमआर और जीएमडीए अधिकारियों के बीच 30 जुलाई को हुई परियोजना की समीक्षा बैठक के दौरान कंसलटैंट की सिफारिश के मुताबिक सड़क बनाने का फैसला लिया है. कंसलटैंट कंपनी के अनुसार गुरुग्राम और आईजीआई हवाई अड्डे के बीच ट्रैफिक में सुधार लाना अहम पहलू है. ऐसा इसलिए कि दिल्ली हवाई अड्डे पर कुल ट्रैफिक का लगभग 14 प्रतिशत हिस्सा गुरुग्राम से आता है. डायल और जीएमडीए द्वारा एलिवेटेड सड़कों के निर्माण की सिफारिश करने से पहले कंसलटैंट कंपनी ने 'एयरपोर्ट-गुरुग्राम कनेक्टिविटी को लेकर एक अध्ययन भी किया था.
कंसलटैंट कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि गुरुग्राम के अतुल कटारिया चौक और समालखा में टी-जंक्शन के बीच पुरानी दिल्ली-गुरुग्राम रोड पर पांच किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क बनाने की जरूरत है. यह एलिवेटेड सड़क छह लेन की होगी. यह 10 प्रमुख जंक्शनों को पार करेगी, जिससे इस खंड पर यातायात की आवाजाही में सुधार होगा.
कंपनी की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि रेजांगला चौक से द्वारका एक्सप्रेसवे तक एक फ्लाईओवर बनाया जाए, जो गुरुग्राम और रेवाड़ी रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरेगी. इससे ओल्ड गुरुग्राम में यातायात को सुगम बनाने में मदद मिलेगी.
95 प्रतिशत लोग करते हैं इन साधनों का इस्तेमाल
बता दें कि जनवरी 2024 में जीएमडीए और डायल ने गुरुग्राम और दिल्ली एयरपोर्ट के बीच मौजूदा यातायात को बेहतर बनाने की स्थिति और भविष्य में यातायात की स्थिति का आकलन करने के लिए कंसल्टिंग फर्म निप्पॉन कोई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड स्टडी की जिम्मेदारी सौंपी थी. दरअसल, गुरुग्राम से लगभग 95 प्रतिशत यात्री आईजीआई एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए कारों और निजी टैक्सियों का उपयोग करते हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए कंसल्टेंट ने गुरुग्राम और आईजीआई के बीच और अधिक बस मार्ग विकसित करने के सुझाव दिए हैं.