नई दिल्ली
बांग्लादेश ने 29 रनों तक दो विकेट गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद कप्तान नजमुल शंटो और मोमिनुल हक ने मिलकर स्कोर 80 रनों तक पहुंचा दिया था। इन दोनों की साझेदारी खतरनाक होती दिख रही थी और भारतीय गेंदबाजों को इसे तोड़ने के लिए काफी मशक्कत भी करनी पड़ रही थी, तभी आर अश्विन ने एक जादुई गेंद फेंकी, जिस पर नजमुल शंटो आउट हो गए। मोमिनुल और शंटो के बीच 50 रनों की साझेदारी हो चुकी थी। 29वां ओवर आर अश्विन कर रहे थे, पहली चार गेंदें हो चुकी थीं और पांचवीं गेंद पर उनके सामने नजमुल शंटो थे। अश्विन ने शंटो को जाल में फंसाया और एलबीडब्ल्यू आउट किया। अंपायर ने आउट दिया और नजमुल ने तुरंत डीआरएस लिया। अश्विन की इस जादुई गेंद पर बचने का कोई सवाल ही नहीं था। रिप्ले में साफ हुआ कि नजमुल आउट हो गए हैं। वह 57 गेंद पर 31 रन बनाकर आउट हुए और इस तरह से अश्विन ने एशियाई पिचों में 420 विकेट का आंकड़ा छू लिया।
एशिया में भारत की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड अब अश्विन के नाम दर्ज हो गया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड अनिल कुंबले और उनके नाम पर था। अनिल कुंबले के नाम एशिया में कुल 419 टेस्ट विकेट थे, जिसकी बराबरी अश्विन ने पिछले टेस्ट मैच में कर ली थी। सीरीज का पहला टेस्ट मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम पर खेला गया था। जहां भारत ने 280 रनों से जीत दर्ज की थी।
एशिया में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड श्रीलंका के पूर्व स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम दर्ज है। मुरलीधरन ने 612 टेस्ट विकेट एशियाई पिचों पर लिए हैं। दूसरे नंबर पर अब आर अश्विन आ गए हैं, तीसरे नंबर पर अनिल कुंबले खिसक गए हैं, वहीं चौथे नंबर पर रंगना हेराथ हैं। रंगना ने एशियाई पिचों पर 354 टेस्ट विकेट लिए हैं और हरभजन सिंह 300 टेस्ट विकेट के साथ इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं।