लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को हरियाणा के फरीदाबाद में धारा 370 को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में मौलवी के मुंह से "राम-राम" निकल रहा है। उनका यह बयान जम्मू-कश्मीर में हालात के बदलते रूप को दर्शाता है।
सीएम योगी का अनुभव
सीएम योगी ने बताया कि जब वे जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब एयरपोर्ट पर एक मौलवी ने उन्हें "राम-राम" कहा। उन्होंने यह भी कहा, "मुझे लग गया कि यह धारा 370 समाप्त होने का प्रभाव है।" योगी ने आशंका जताई कि जो लोग पहले भारत को कोसते थे, वे अब सड़कों पर "हरे रामा, हरे कृष्णा" करते हुए दिखाई देंगे। यह बयान जम्मू-कश्मीर में बदलते सामाजिक और राजनीतिक माहौल को दर्शाता है।
पाकिस्तान को चेतावनी
योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में एक जनसभा के दौरान पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो यह देश तीन टुकड़ों में बंट सकता है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) पहले से ही भारत में विलीन होने के लिए तैयार है। यह बयान सुरक्षा और संप्रभुता के मुद्दों पर उनकी दृढ़ स्थिति को दर्शाता है।
सिंधु नदी संधि का हवाला
सीएम योगी ने सिंधु नदी संधि का उल्लेख करते हुए कहा कि "पानी और आतंकवाद एक साथ नहीं बह सकते।" उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के समर्थन से आतंकवाद फैलाने की कोशिश करने वालों का बुरा हश्र होगा। योगी ने कहा, "यदि कोई आतंकवाद के बीज बोने की कोशिश करता है, तो उसके पास न तो ढकने के लिए कफन होगा और न ही दफनाने के लिए दो गज जमीन।" सीएम योगी के बयान ने धारा 370 के प्रभाव और जम्मू-कश्मीर में बदलते हालात पर प्रकाश डाला है। उनका संदेश स्पष्ट है—भारत की संप्रभुता को चुनौती देने वालों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।