नई दिल्ली
अंतरिक्ष की दुनिया में एक अद्भुत घटना होने जा रही है। कल 29 सितंबर की रात को, लोग आकाश में दो चांद देख पाएंगे, जो एक बेहद दुर्लभ खगोलीय घटना है। यह दूसरा चांद दरअसल एक विशालकाय एस्ट्रॉयड है, जिसे "2024 PT5" कहा जाता है। यह एस्ट्रॉयड धरती की परिक्रमा कर रहा है और 25 नवंबर तक यह नजदीक रहेगा। इसके बाद यह सूर्य की कक्षा में चला जाएगा। दूसरे चांद को मिनी मून कहा जा रहा है। आइए इस एस्ट्रॉयड और इसके विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या भारत में दिखाई देगा मिनी मून?
यह खगोलीय घटना खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए एक चमत्कार के समान है। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के वैज्ञानिक इस पर निगरानी रखे हुए हैं। हालांकि, मिनी मून को नंगी आंखों से देख पाना संभव नहीं होगा। इसे देखने के लिए विशेष टेलीस्कोप की आवश्यकता होगी।
मिनी मून का महाभारत से संबंध
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मिनी मून का महाभारत से एक खास कनेक्शन है। स्पेन के यूनिवर्सिडैड कॉम्प्लूटेंस डी मैड्रिड के शोधकर्ताओं ने बताया है कि इस मिनी मून की विशेषताएँ अर्जुन एस्ट्रॉयड बेल्ट से मिलती हैं, जिसे महाभारत के प्रमुख किरदार अर्जुन के नाम पर रखा गया है। यह नाम अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) द्वारा मान्यता प्राप्त है।
मिनी मून की विशेषताएं
मिनी मून की खोज 7 अगस्त को हुई थी। इसका आकार 10 फीट से 138 फीट तक हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह एस्ट्रॉयड वर्तमान में 2200 मील प्रति घंटा (3540 किलोमीटर प्रति घंटा) की रफ्तार से धरती का चक्कर काट रहा है। इसकी दूरी धरती से लगभग 2.6 मिलियन मील है।कल रात का यह खगोलीय चमत्कार न केवल खगोल विज्ञान के प्रेमियों के लिए एक रोमांचक अवसर है, बल्कि यह हमें अंतरिक्ष की अनंतता को और अधिक करीब से देखने का मौका भी देता है।