भोपाल
मध्य प्रदेश में अवैध रूप से गायों की तस्करी करने वाले हर चार में से कम से कम एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। यह बात राज्य के पुलिस रिकॉर्ड के पिछले छह महीनों के आंकड़ों से सामने आई है। इसके अलावा, इसी अवधि के दौरान अवैध रूप से ले जाई जा रही हर घंटे 2 गायों को बचाया गया। यह पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार है।
पुलिस मुख्यालय ने जारी किए आंकड़े
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, 6 महीनों में अवैध गाय परिवहन के कुल 575 मामले दर्ज किए गए और 1121 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा इन अभियानों के दौरान 7524 गायों को बचाया गया है। पुलिस ने 342 वाहन भी जब्त किए हैं।
सूत्रों ने कहा कि राज्य में गोहत्या और गो तस्करी से जुड़े मामलों में हाल ही में अपेक्षाकृत तेजी आई है। इसका कारण ऐसी गतिविधियों में वास्तविक वृद्धि नहीं बल्कि इस उद्देश्य के लिए चलाए गए अभियान हैं, ऐसा 13 जून से 20 जून के बीच देखा गया था।
मंडला के गांव में 11 पर हुई थी एफआईआर
उदाहरण के लिए, 14 जून को मंडला पुलिस ने भैंसवाही गांव में छापा मारा और गांव के 11 लोगों को अवैध गोहत्या में लिप्त पाया। यहां 11 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गईं। उसी दिन रतलाम में एक मंदिर के परिसर में गोवंश के शरीर के अंग पाए जाने के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई।
सिवनी एसपी और कलेक्टर पर हुई थी कार्रवाई
उसके अगले सप्ताह 19 जून से 21 जून के बीच सिवनी में 62 गायों के शव मिले, जिनमें से कुछ का वध किया हुआ प्रतीत हो रहा था। इसके बाद सीएम ने सिवनी एसपी और सिवनी कलेक्टर को हटा दिया था।
पश्चिम और दक्षिण मध्य प्रदेश से आए ज्यादा मामले
सूत्रों ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में सीएम यादव ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि ऐसी गतिविधियों को रोका जाना चाहिए। इसके बाद पुलिस ने राज्य में इन अभियानों को तेज कर दिया था। पिछले 10 वर्षों में ऐसे मामलों के पुलिस रिकॉर्ड के विश्लेषण से पता चला है कि उनमें से अधिकांश पश्चिम और दक्षिण मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों से रिपोर्ट किए गए थे।