इंदौर
स्वजन को बताए बगैर पिकनिक मनाने गए दो छात्र मुहाड़ी फाल में डूब गए। एक छात्र का 20 घंटे बाद शव निकाल लिया, लेकिन दूसरा अभी तक लापता है। अंधेरे के कारण गोताखोर, पुलिस और एसडीइआरएफ ने ऑपरेशन रोक दिया है। डीएसपी (मुख्यालय) उमाकांत चौधरी के मुताबिक हादसा बुधवार शाम हुआ है। बाणगंगा थाना क्षेत्र में रहने वाला मयंक निनामा दोस्त शिवांग ठाकुर (सिसोदिया), दुर्गेश राठौर और एक अन्य युवक के साथ पिकनिक मनाने गया था। दुर्गेश और उसका दोस्त तो पहाड़ी पर रुक गया, लेकिन मयंक और शिवांग करीब 500 फीट नीचे कुंड में नहाने चले गए। दो घंटे बाद भी बाहर न आने पर दुर्गेश चौकीदार के पास गया और घटना बताई। चौकीदार और ग्रामीणों ने युवकों को आवाज लगाई, लेकिन जवाब नहीं मिला।
खुड़ैल थाना और कंपेल चौकी से जवान पहुंचे, लेकिन अंधेरा हो चुका था। करीब एक घंटे बाद युवकों के जूते और वस्त्र दिखाई दिए। गोताखोरों ने युवकों को ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण रात को ऑपरेशन रोकना पड़ गया। गुरुवार सुबह दोबारा तलाशी शुरू हुई, तो 12 बजे मयंक का शव मिल गया। वह खोह के बीच फंसा हुआ था। शिवांग का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
लाइव लोकेशन लेकर ढूंढने पहुंचे माता-पिता
इशाबाग कॉलोनी (गोविंद नगर खारचा) निवासी मयंक आइटीआइ में द्वितिय वर्ष का छात्र था। शिवांग भी प्रथम वर्ष का छात्र है। दोनों के पिता ऑटो रिक्शा चलाते है। मयंक के पिता रोशन के मुताबिक देर शाम तक घर न लौटने पर दुर्गेश को फोन लगाया था। उसने बताया कि चारों पिकनिक मनाने मुहाड़ी फॉल आ गए थे।रात को ही स्वजन खुड़ैल पहुंच गए। डीएसपी के मुताबिक पिकनिक स्पॉट को पुलिस ने खतरनाक घोषित कर रखा है। युवक-युवतियां पुलिस और चौकीदार को चकमा देकर नहाने उतर जाते है। पहले भी हादसे हो चुके है।