मण्डला
श्री सिद्ध सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति बड़ी खैरी मंडला द्वारा इस वर्ष नवरात्र पर भव्य आयोजन किया जा रहा है। नवरात्र के नौ दिनों तक विविध कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई गई है। जिसका प्रारंभ नवरात्र के प्रथम दिवस से प्रारंभ किया गया। सर्वप्रथम बड़ी खैरी स्थित रामघाट नर्मदा तट पर समिति के पदाधिकारी एवं मातृशक्तियां पहुंची जहां पर मां नर्मदा की प्रतिमा का विधि-विधान से पूजन करते हुए घट पूजा की गई। और यहां से गाजे बाजे के साथ मां नर्मदा को पंडाल तक लाया गया जहां पर देर रात तक पूजन पाठ के साथ 51 शक्तिपीठ की स्थापना हुई। कार्यकर्ता नीतेश पटेल ने बताया कि मां दुर्गा के 53 वें स्थापना वर्ष को आकर्षक बनाने के लिए इस वर्ष श्री सिद्ध दुर्गोत्सव समिति द्वारा अनेक भव्य आयोजन करती है।
नवरात्र में प्रत्येक दिन अनेक प्रकार की धार्मिक कार्यक्रम होंगे, जो जनमानस के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगा। यहां नवरात्रि के प्रथम दिवस पर वैदिक मंत्रोचारण के बीच घटस्थापना कर देवी माता का आव्हान किया जाता है। इसके बाद नवरात्रि का पूजन व व्रत रखा जाता है मान्यता है कि शैलपुत्री की पूजा से चंद्र ग्रह से जुड़े नकरात्मक प्रभावों से मां रक्षा करती हैं चमेली का फूल देवी शैलपुत्री को काफी प्रिय है। देवी माता के शैलपुत्री रूप में उन्हें दो भुजाओं के साथ देखा जा सकता है उनके एक हाथ (दाहिने) में त्रिशूल होता है। वहीं दूसरे (बायें) हाथ में उन्हें कमल पुष्प के साथ देख सकते हैं। यहां पर झूला प्रदर्शनी सहित अनेक कलाकार आ चुकें हैं।