भोपाल
कुछ बातें कही नहीं जातीं, पर उनकी आहट महसूस हो जाती है। जैसे बिना शोर-शराबे के छिंदवाड़ा जिले में एक बढ़िया काम हुआ है। छिंदवाड़ा जिले में कुल 3 लाख 53 हजार 326 परिवार रहते हैं। चूंकि जल सबके जीवन से जुड़ा विषय है, इसलिये पीएचई विभाग 'जल जीवन मिशन' (योजना) के जरिये इन सभी परिवारों को 'हर घर नल से जल' उपलब्ध कराने के लिये पूरी शिद्दत से प्रयास कर रहा है। इस काम में पीएचई को बड़ी सफलता मिल रही है। जिले के 466 से अधिक गांवों में पीएचई ने स्थायी नल कनेक्शन दे दिये हैं। सितम्बर 2024 तक लक्षित परिवारों में से 2 लाख 33 हजार 158 से अधिक परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन देकर घर-घर जल मुहैया कराया जा रहा है। तय लक्ष्य के 66 प्रतिशत से अधिक परिवारों को यहां नल से जल मिल रहा है। यह एक बड़ी उपलब्धि है। इससे छिंदवाड़ा जिले के उन गांवों के लोगों को, जो पहले शुद्ध जल के लिये खासे हैरान- परेशान रहते थे, उन्हें जल संकट से हमेशा के लिये मुक्ति मिल गई है। अब ग्रामीणों को जल के लिये भटकना नहीं पड़ता। सिर्फ नल खोलने भर की बात है, पानी की धार से यहां सबके घर गुलज़ार हैं। छिंदवाड़ा जिले में जल जीवन मिशन की सफलता का सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को हुआ है। जिले की आधी आबादी (महिलाओं) को अब पानी की किल्लत से पूरी आजादी मिल गई है।
जिले के कचरिया गांव में भी जल जीवन मिशन से हर घर नल से शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है। इसी गांव की निवासी श्रीमती कविता सूर्यवंशी बताती हैं "हमारे गांव में पानी की बड़ी किल्लत थी। हम दूर-दूर से पानी लाते थे, जो हमारे लिए बेहद कठिन होता था। लेकिन अब हमें घर पर ही नल से साफ और शुद्ध पानी मिल रहा है। इससे न सिर्फ हमारे समय की बचत हो रही है, बल्कि उस समय में हम दूसरे जरूरी काम भी कर पा रहे हैं। यह योजना हमारे जैसी लाखों महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव और खुशहाली का नया दौर लेकर आई है।"