भोपाल
हरियाणा में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज कर पूर्ण बहुमत से सरकार बना ली है। वहीं सत्ता परिवर्तन की उम्मीद लगाए और जलेबी बांटने से लेकर ढोल नंगाड़ों को वापस भेजने वाली कांग्रेस का सपना एक बार फिर चकनाचूर हो गया। लेकिन एक बार फिर विपक्ष ने EVM पर हार का ठीकरा फोड़ा है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बैलेट पेपर से मतदान होता तो नतीजा कुछ और होता।
बीजेपी कैसे जीती आश्चर्य की बात
मध्य प्रदेश नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने हार के बाद ईवीएम पर फिर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, हरियाणा_विधानसभा चुनाव के नतीजों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। यह BJP की नहीं, EVM की जीत है। पूरे चुनाव के दौरान साफ लग रहा था कि मतदाता का चुनाव Congress ही थी। आश्चर्य की बात यह कि BJP कैसे जीती?
चुनाव आयोग की प्रक्रिया को लेकर उठाए सवाल
उमंग सिंघार ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मतदाता पहले ही EVM से संतुष्ट नहीं था। अब हरियाणा के चुनाव नतीजों ने इसे सच साबित कर दिया चुनाव आयोग रुझानों को बहुत धीमी गति से आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर रहा था। इससे स्पष्ट लग रहा था कि प्रशासन पर दबाव बनाया गया है।
बैलेट से मतदान होता तो नतीजा कुछ और होता!
उन्होंने कहा कि ये जीत जनता के वोट से नहीं हुई, बल्कि EVM से की गई प्रायोजित जीत है। यदि बैलेट से मतदान होता तो नतीजा कुछ और होता। Congress और हरियाणा की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी।
गौरतलब है कि हरियाणा की 90 सीटों में से 48 पर बीजेपी तो 37 पर कांग्रेस को जीत मिली है। वहीं INLD के खाते में 2 और अन्य के खाते में 3 सीट आई है।
37 सीटों पर कांग्रेस कैसे जीती- बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के विधायक अनिल जैन ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बयान को हास्यास्पद बताया है. उनका कहना है कि जब भी भारतीय जनता पार्टी की जीत होती है तो कांग्रेस ऐसे ही बेतुके के बयान देती है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष से सवाल किया है कि हरियाणा में जो 37 सीट कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीते हैं उनको लेकर कांग्रेस क्या सोचती है ? विधायक अनिल जैन ने यह भी कहा कि कांग्रेस को आरोप लगाने की बजाय धरातल पर जाकर अपनी नींव मजबूत करने की आवश्यकता है.