18 दिसंबर को सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय (WMCC) के लिए एक बैठक भी हुई थी. इसी दौरान भारत और चीन ने सहमति जताई थी कि दोनों देशों के बीच वरिष्ठ कमांडरों के बीच बैठक का अगला दौर जल्दी आयोजित किया जाएगा.
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव लगातार बरकरार है. इस गतिरोध को दूर करने के लिए पिछले महीनों में राजनयिक और सैन्य स्तर पर कई दौर की वार्ता हुई है लेकिन इसका फिलहाल समाधान नहीं निकल सका है. दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर (Military Dialogue) पर 9वें दौर की बातचीत होनी है. लेकिन इस अहम बातचीत में देरी हो रही है. कहा जा रहा है कि देरी की वजह पीएलए वेस्टर्न थिएटर कमान का नया कमांडर जनरल झांग शुडोंग की नियुक्ति है. शुडोंग भारतीय सीमा या फिर तिब्बत में कभी भी नहीं रहे हैं. लिहाजा फिलहाल वो सेनाओं के साथ तालमेल बना रहे हैं. जनरल झांग शुडोंग को 21 दिसंबर को ये जिम्मेदारी दी गई थी.
बता दें कि PLA की वेस्टर्न थिएटर कमांड भारत के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की सुरक्षा करती है. कहा जा रहा है कि वेस्टर्न थिएटर कमान के नये कमांडर जनरल झांग शुडोंग पहले सीमा पर ताजा हालात का जायजा लेंगे. इसके बाद ही सैन्य स्तर पर कोई बातचीत होगी. पिछले हफ्ते चीन और भारत के बीच एक और दौर की राजनयिक स्तर पर वार्ता हुई. इस दौरान पूर्वी लद्दाख में एलएसी के करीब तनाव वाले सभी क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे ले जाने की प्रक्रिया तुरंत पूरी करने पर सहमति बनी. भारत और चीन ने इस गतिरोध को दूर करने के लिए पिछले कुछ महीनों में राजनयिक और सैन्य स्तर पर कई दौर की वार्ता की है, लेकिन इसका समाधान नहीं निकल सका है.
कब होगी बातचीत?
18 दिसंबर को सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय (WMCC) के लिए एक बैठक भी हुई थी. इसी दौरान भारत और चीन ने सहमति जताई थी कि दोनों देशों के बीच वरिष्ठ कमांडरों के बीच बैठक का अगला दौर जल्दी आयोजित किया जाएगा. लेकिन अब तक बैठक को लेकर कोई साफ संकेत नहीं मिल रहे हैं. भारत और चीन के सैनिक LAC पर लगातार डटे हैं. भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने आठवें दौर की वार्ता के दौरान कहा था कि कि वे अपने सैनिकों को गलतफहमी से बचने के लिए कहेंगे.
लगातार बरकरार है गतिरोध
पांच मई को पैंगोंग झील इलाके में भारतीय सेना और पीएलए के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद दोनों देशों के बीच गतिरोध बढ़ गया. इसी तरह की झड़प उत्तरी सिक्किम में भी नौ मई को हुई. पूर्वी लद्दाख के अलग-अलग पर्वतीय ठिकानों जहां पर तापमान शून्य डिग्री से भी नीचे है, करीब 50 हजार जवानों को लड़ाई की स्थिति के लिए तैयार अवस्था में तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि चीन ने भी इतनी ही संख्या में अपने सैनिकों की तैनाती इन इलाकों में की है.