भोपाल
दशहरा पर्व पर शनिवार को भोपाल में सबसे बड़ा रावण दहन कोलार में होगा। यहां रावण के 105 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया जाएगा। भजन गायक अनूप जलोटा भी आएंगे। बिट्ठन मार्केट, छोला, टीटी नगर, कलियासोत समेत 25 जगहों पर बड़े आयोजन होंगे।
पुराने शहर के छोला दशहरा मैदान में दशहरा उत्सव को करीब 78 साल हो चुके हैं। पहले यह हिंदू त्योहार समिति मनाती थी, अब वर्ष 1960 से हिंदू उत्सव समिति के हाथ में है।
यहां 51 फीट ऊंचा रावण जलेगा और आतिशबाजी होगी। इसके पहले शहर का सबसे बड़ा दशहरा चल समारोह समिति मारवाड़ी रोड से निकालेगी, जो छोला मैदान पहुंचेगा। शहर में इन 22 में से 10 स्थानों पर दशहरा उत्सव भव्य पैमाने पर मनाया जाएगा।
3 स्थानों पर रावण दहन कार्यक्रमों में शामिल होंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शाम 7 से 9 बजे के बीच राजधानी में तीन स्थानों पर रावण दहन कार्यक्रमों में शामिल होंगे। शाम 7 बजे वे बिट्टन मार्केट में अरेरा राजधानी उत्सव समिति के दशहरा समारोह में रावण दहन करेंगे। इसके बाद रात 8 बजे वे कोलार हिंदू उत्सव समिति द्वारा बंजारी दशहरा मैदान में आयोजित रावण दहन समारोह में शामिल हाेंगे। आखिर में रात 8:55 बजे छोला दशहरा मैदान में हिंदू उत्सव समिति द्वारा आयोजित पारंपरिक दशहरा उत्सव में शिरकत करेंगे।
जयपुर-शिवाकाशी की आतिशबाजी होगी कोलार हिंदू उत्सव समिति 105 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन करेगी। उत्सव का यह 22वां वर्ष है। समिति के सचिव रवींद्र यती ने बताया, जयपुर और शिवाकाशी की आतिशबाजी होगी। इसके साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी की जाएगी।
भजन गायक अनूप जलोटा कार्यक्रम की शान रहेंगे। विधायक रामेश्वर शर्मा, दिलीप बिल्डकॉन के सीएमडी दिलीप सूर्यवंशी, जेएनसीटी ग्रुप के जयनारायण चौकसे, महापौर मालती राय, समाजसेवी ज्ञानचंद जैन, पार्श्वनाथ ग्रुप के एमडी संजय जैन, समिति अध्यक्ष महेश मीना आदि मंच पर रहेंगे।
बैरागढ़ में 65 साल से आयोजन संत नगर में नवयुवक सभा द्वारा 45 फीट ऊंचे रावण का दहन किया जाएगा। समिति के अध्यक्ष विष्णु गेहानी ने बताया कि रंगारंग आतिशबाजी व सम्मान समारोह भी होगा। उत्सव शाम 6.30 पर शुरू होगा। उत्सव का यह 65वां साल है।
छोला में रावण दहन से पहले चल समारोह निकलेगा छोला दशहरा मैदान पर 51 फीट ऊंचे रावण व 45 फीट ऊंचे कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का दहन होगा। समिति अध्यक्ष संतोष साहू ने बताया, बांके बिहारी मंदिर से दोपहर एक बजे चल समारोह निकलेगा। राम-रावण युद्ध का मंचन भी होगा। कार्यक्रम में मंत्री विश्वास सारंग भी मौजूद रहेंगे।
यहां भी होंगे आयोजन
एमवीएम मैदान जहांगीराबाद में 45 फीट ऊंचे रावण का दहन होगा और रंगारंग आतिशबाजी के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे। अध्यक्ष केके चौरसिया ने बताया कि उत्सव शाम 7 बजे से होगा। समारोह का यह 16वां वर्ष है।
भेल दशहरा मैदान में 51वें वर्ष में 51 फीट ऊंचे रावण के साथ ही मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाएंगे। भोपाल व ग्वालियर के आतिशबाजों के बीच प्रतियोगिता होगी।
कलियासोत दशहरा मैदान में जनश्री लोक कल्याण समिति 51 फीट ऊंचे रावण व 45 फीट के मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन करेगी। अध्यक्ष रामदयाल प्रजापति ने बताया कि समारोह शाम 6 बजे शुरू होगा। समिति का यह 13वां वर्ष है।
पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी आदि भी मौजूद रहेंगे।
टीटी नगर ग्राउंड में 51 फीट ऊंचे रावण व 45 फीट के मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन होगा। समन्वयक अजय श्रीवास्तव व स्वागताध्यक्ष वात्सयन जैन 'सोनू भाभा' ने बताया, साहित्यकारों का सम्मान होगा। उत्सव का 65वां वर्ष है।
शाहपुरा दशहरा उत्सव सांस्कृतिक कल्याण समिति द्वारा इस वर्ष 51 फीट ऊंचे रावण व कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन होगा। अध्यक्ष भरत पाल ने बताया कि उत्सव का यह 36वां साल है। उत्सव रात 8 बजे शुरू होगा।
बिट्ठन मार्केट में अरेरा राजधानी उत्सव समिति के तत्वावधान में 54 फीट ऊंचे रावण व 53 फीट ऊंचे मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन होगा। जयपुर की आतिशबाजी चलेगी। अध्यक्ष राजेश व्यास ने बताया, उत्सव का यह 46वां वर्ष है।
राम मंदिर दशहरा उत्सव समिति द्वारा जंबूरी मैदान आनंद नगर में 55 फीट ऊंचे रावण व 45 फीट ऊंचे मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा। मुंबई के कलाकार डिजिटल आतिशबाजी का प्रदर्शन करेंगे। यह 35वां दशहरा उत्सव है।
यहां भी मनेगा दशहरा उत्सव करोंद उत्सव समिति 32 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन होगा। एकतापुरी में मातृछाया दशहरा उत्सव समिति 60 फीट ऊंचे पुतले का दहन करेगी। रात 8 बजे दहन किया जाएगा।
श्री दुर्गाधाम दशहरा उत्सव समिति 51 फीट, संजीव नगर में 30 फीट ऊंचे पुतले का दहन होगा। अशोका गार्डन। कोहेफिजा, गांधी नगर, विजय नगर लालघाटी, राम नगर, भानपुर, मिनाल, अयोध्या नगर, सलैया, कटारा हिल्स में भी बड़े कार्यक्रम होंगे।