अश्गाबात
तुर्कमेनिस्तान में इंटरनेशनल फोरम में हिस्सा लेने पहुंचे पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खास मांग की है। फोरम से इतर बातचीत में उन्होंने तुर्किए और पाकिस्तान के बीच रेल और रोड बनाने पर जोर दिया है। इसका मकसद दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ाना है। इस इंटरनेशनल फोरम में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी मौजूद थे। इसके अलावा कई अन्य मुस्लिम देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी इसमें हिस्सा लेने पहुंचे थे। यह बातचीत तुर्कमेनिस्तान की राजधानी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फोरम से इतर हुई। इस दो दिवसीय फोरम का आयोजन प्रसिद्ध तुर्कमेन दार्शनिक और कवि मैग्टिमगुली फरागी की 300वीं जयंती पर हुआ था।
गुरुवार को तुर्कमेनिस्तान पहुंचे पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस मौके पर भाषण दिया। उन्होंने पड़ोसी देशों के बीच मजबूत क्षेत्रीय संपर्क और गहरे सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग की जरूरत पर जोर दिया। फोरम से इतर जरदारी ने विभिन्न राष्ट्रप्रमुखों से भी मुलाकात की। तुर्कीए की संसद के स्पीकर नुमान कुर्तुलमस के साथ बैठक में राष्ट्रपति जरदारी ने पाकिस्तान और तुर्की के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए बेहतर रेल संपर्क की मांग की।
इस बैठक के दौरान उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार और बलोचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुग्ती भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान जरदारी ने तुर्की की प्रशंसा करते हुए उन्हें पाकिस्तान का एक ईमानदार मित्र और मुस्लिम दुनिया के लिए एक मजबूत आवाज बताया। दोनों नेताओं ने फलस्तीन और लेबनान में गंभीर मानवीय स्थिति पर चिंता जताई। राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि तुर्कीए आर्थिक शक्ति बनने की राह पर है। उन्होंने देश की सफलता और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
राष्ट्रपति जरदारी ने तुर्कमेन राष्ट्रपति सर्दार बर्दीमुहामेदोव से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति के पिता गुरबांगुली बर्दीमुहामेदोव के साथ अपनी पिछली बैठकों को याद किया और दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों पर बात की। जरदारी ने आपसी संबंधों को और मजबूत बनाने तथा दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।
जरदारी ने इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बातचीत की। इस दौरान दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। दोनों राष्ट्रप्रमुखों ने एक-दूसरे के देशों की आधिकारिक यात्रा करने के लिए आपसी निमंत्रण का आदान-प्रदान भी किया।