वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Ministry of Industry) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसबंर 2020 में देश का निर्यात (Export) 26.89 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. हालांकि दिसंबर 2019 के मुकाबले यह 0.80 फीसदी कम रहा लेकिन वैश्विक अनिश्चितता (Global uncertainty) के बावजूद इस मुकाम को हासिल करना भी आसान नहीं माना जा सकता.
कोरोना काल में मेक इन इंडिया और आत्म निर्भर भारत को नई धार मिली. केंद्र की मोदी सरकार ने आयातित वस्तुओं को देश में ही बनाने के लिए ना सिर्फ जोर दिया बल्कि कई तरह के छूट और प्रोत्साहन देने की भी घोषणा की. इन प्रयासों का असर अब दिखने लगा है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसबंर 2020 में देश का निर्यात 26.89 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. हालांकि दिसंबर 2019 के मुकाबले यह 0.80 फीसदी कम रहा लेकिन वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद इस मुकाम को हासिल करना भी आसान नहीं माना जा सकता. कोरोना लॉकडाउन के बाद यानि अप्रैल-दिसंबर के बीच भी देश का निर्यात 15.8 फीसदी कम दर्ज किया गया. चालू वित्त वर्ष के पहले तीन तिमाही में भारत ने
200.55 बिलियन डॉलर का निर्यात किया जो पिछले साल के इसी समयावधि में 238.27 बिलियन डॉलर का रहा था.
भारत के इन सामानों का विदेशों में बढ़ी मांग- दिसंबर 2019 की तुलना में बीते दिसंबर में 262.62 फीसदी अधिक अनाजों का निर्यात किया गया. वहीं ऑयल मिल 192.60 सदी, लौह अयस्क 69.26 फीसदी, अनाज या अन्य प्रसंस्करित सामान 45.41 फीसदी,फ्लोर कवरिंग सहित जूट का सामान 21.93 फीसदी,हस्तशिल्प सामान 21.7 फीसदी,कार्पेट 21.12 फीसदी,सेरेमिक उत्पाद और कांच से बने सामान 19.11 फीसदी,ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल 17.44 फीसदी,मसाले 17.06 फीसदी,इलेक्ट्रॉनिक सामान 16.44 फीसदी,फल और सब्जियां 12.82 फीसदी,ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक कैमिक्लस 10.73 फीसदी,कॉटन यार्न व फेब्रिक्स और हैंडलूम 10.09 फीसदी,चावल 8.60 फीसदी,मीट-डेयरी,पोल्ट्री सामान 6.79 फीसदी,जेम्स और ज्वैलरी 6.75 फीसदी,अभ्रक-कोयला और दूसरे खनिज 6.02 फीसदी,चाय 4.47 फीसदी और इंजीनियरिंग सामानों का निर्यात 0.12 फीसदी अधिक हुआ.
हीं पेट्रोलियम उत्पादों का 40.47 फीसदी कम निर्यात हुआ. इसके अलावा ऑयल शीड 31.80 फीसदी,चमड़ा और इससे बने उत्पाद 17.74 फीसदी,कॉफी 16.39 फीसदी,सभी तरह के टेक्सटाइल का आरएमजी 15.07 फीसदी,हाथ से बना यार्न-फेब्रिक 14.61 फीसदी,समुद्री सामान 14.27 फीसदी,काजू 12.04 फीसदी,प्लास्टिक और लिनोलियम 7.43 फीसदी और तंबाकू का निर्यात 4.95 फीसदी कम हुआ.
दिसंबर में गैर पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात बढ़ा- वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2019 के मुताबिक गत दिसंबर में गैर पेट्रोलयम उत्पाद 5.33 फीसदी अधिक निर्यात हुआ. दिसंबर 2020 में गैर पेट्रोलियम और गैर रत्न व आभूषणों का निर्यात 22.15 बिलियन का रहा जो 2019 दिसंबर में 21.06 बिलियन डॉलर का था. हालांकि चालू वित्त वर्ष के पहले तीन तिमाही में नॉन पेट्रोलियम और नॉन जेम्स व ज्वैलरी का निर्यात 6.7 फीसदी कम दर्ज किया गया है. अप्रैल-दिसंबर 2020 में इन सामानों का 166.26 बिलियन डॉलर का निर्यात किया गया जबकि पिछले साल के इसी समयावधि में भारत ने 178.15 बिलियन का निर्यात किया था.
भारत का व्यापारिक साझेदार देश सिंगापुर के साथ पेट्रोलियम प्रोडक्ट का व्यापार 88.84 फीसदी और इंजीनियरिंग वस्तुओं का व्यापार 45.82 फीसदी अधिक हुआ. वहीं यूएसए साथ जेम्स व ज्वैलरी का व्यापार 39.14 फीसदी और कॉटन यार्न,फेब्रिक्स व हैंडंलूम का सामान 27.45 फीसदी अधिक हुआ. यूके के साथ जेम्स व ज्वैलरी 483.85 फीसदी और इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स का व्यापार 251.72 फीसदी अधिक रहा.
देश का आयात और व्यापार घाटा भी बढ़ा- आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा किए 7 महिने हो चुके है. इस समयावधि में भारत कई आयातित वस्तुओं का उत्पादन बढ़ा दिया है. लेकिन अपने घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारत को अभी भी कई सामानों का आयात करना पड़ता है. आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ने के साथ ही दिसंबर 2019 की तुलना में गत दिसंबर को भारत ने 7.6 फीसदी अधिक सामानों का आयात किया है. दिसंबर 2020 में भारत ने 42.60 बिलियन डॉलर का आयात किया था जो दिसंबर 2019 में 39.59 बिलियन डॉलर का हुआ था. वहीं चालू वित्त वर्ष के पहले तीन तिमाही में भारत ने महज 258.29 बिलियन डॉलर का आयात किया. जबकि पिछले साल के इसी समयावधि में भारत ने 364.18 बिलियन डॉलर का सामान विदेशों से खरीदा था. पिछले साल के मुकाबले इसी समयावधि में भारत ने 29.08 फीसदी कम आयात किया है.
वहीं व्यापार घाटा के आंकड़ों पर गौर करे तो दिसंबर 2019 के मुकाबले दिसंबर 2020 में 25.78 फीसदी अधिक हुआ है. दिसंबर 2020 में व्यापार घाटा बढ़कर 15.71 बिलियन का हो गया. जबकि दिसबंर 2019 में यह सिर्फ 12.49 फीसदी था. इस बीच अच्छी बात यह है कि दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में तेल का आयात 10.37 फीसदी कम रहा. दिसंबर 2020 में भारत ने 9.61 बिलियन डॉलर का आयात किया था जबकि दिसंबर 2019 में भारत ने 10.72 बिलियन डॉलर का निर्यात किया था. वहीं अप्रैल-दिसंबर में भारत ने 44.46 फीसदी कम तेल का आयात किया. वहीं दिसंबर 2020 में गैर तेल उत्पादों का आयात भी 14.27 फीसदी अधिक 33 बिलियन डॉलर का आयात भारत ने किया है. जबकि गैर तेल और गैर रत्न-आभूषण वस्तुओं का आयात भी 8.42 फीसदी अधिक 26.10 बिलियन डॉलर का दर्ज किया गया.
दिसंबर 2020 में इन सामानों का सबसे अधिक किया गया आयात- आर्थिक गतिविधियां तेज होने और घरेलू मांग को पूरा करने के लिए भारत ने दिसंबर माह में दालों का सबसे अधिक 245.15 फीसदी आयात किया है. इसके अलावा सल्फर और अनरोस्टेड आयरन पायर्टस 197.41 फीसदी, सोना 81.82 फीसदी, वेजिटेबल ऑयल 43.50 फीसदी, कैमिकल मैटेरियल और उत्पाद 41.51 फीसदी, डायनिंग-टैनिंग-कलरिंग सामान 32.64 फीसदी, प्लास्टिक मैटेरियल 32.20 फीसदी, नॉन फेरस मेटल 28.11 फीसदी, ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिकल्स 23.30 फीसदी, इलेक्ट्रॉनिक सामान 20.90 फीसदी, टेक्सटाइल यार्न फेब्रिक 18.39 फीसदी, प्रोजेक्ट सामान 15.27 फीसदी,लकड़ी और इससे बने सामान 14.03 फीसदी, मशीन टूल्स 13.46 फीसदी, लोहा व इस्पात 12.67 फीसदी,मोदी और कीमती पत्थर 7.81 फीसदी,उवर्रक-क्रूड और विनिर्मित सामान 1,42 फीसदी,मेडिसिनल और फार्मास्यूटिकल सामान 1.2 फीसदी, मशीनरी-इलेक्ट्रिकल और नॉन इलेक्ट्रिकल सामान 0.57 फीसदी और फल व सब्जियां 0.34 फीसदी अधिक आयात किया गया.
जबकि सिल्वर 90.52 फीसदी, न्यूजप्रिंट 76.27 फीसदी, लेदर और इससे बने सामान 38.93 फीसदी, ट्रांसपोर्ट इक्विमेंट 32.05 फीसदी, कॉटन रॉ और वेस्ट 28.79 फीसदी,पल्प और वेस्ट पेपर 12.11 फीसदी, पेट्रोलियम-क्रूड उत्पाद 10.37 फीसदी, कोयला-कोक आदि 7.27 फीसदी कम आयात किया गया.