भूमि पूजन के छः साल बाद अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु हुई
मनेन्द्रगढ़
रेलवे डिवीजन बिलासपुर के पूर्व डीआरयूसीसी सदस्य, अधिवक्ता,कर्मयोगी विजय प्रकाश पटेल ने बताया कि 241 करोड़ के प्रोजेक्ट चिरमिरी-नागपुर हॉल्ट न्यू रेल लाईन विस्तारीकरण परियोजना के लाइन बिछाने के लिए जमीन अधिग्रहण करने का सर्वे शुरू। विजय प्रकाश पटेल नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए जमीन अधिग्रहण करने का सर्वे शुरू किया गया है। रेलवे विभाग, फॉरेस्ट विभाग और राजस्व विभाग के द्वारा रेलवे लाइन बिछाने के लिए चिह्नित एरिया का नापजोख किया जा रहा है। श्री पटेल ने बताया कि नई रेलवे लाइन को 2018-19 में स्वीकृति मिली थी। मामले में तत्कालीन रेलमंत्री ने 24 सितंबर 2018 को कोरबा-हरदीबाजार में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अविभाजित कोरिया में चिरमिरी-नागपुर हॉल्ट न्यू रेल लाईन विस्तारीकरण परियोजना के लिये नई रेलवे लाइन बिछाने भूमिपूजन किया था। केंद्र और राज्य सरकार 17 किलोमीटर तक बिछने वाली नई रेलवे लाइन पर 50-50 प्रतिशत अंशदान से 241 करोड़ खर्च करेगी। रेलवे बोर्ड ने नवंबर 2019 को केंद्र के हिस्से की 50 फीसदी बजट 120.50 करोड़ जारी कर दिया है।
छत्तीसगढ़ राज्य ने अपने हिस्से की 50 फीसदी राशि 120.50 करोड़ बजट रेलवे को नहीं दिया था। जिससे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर ने भूमिपूजन कराने के बाद एक ईंट तक नहीं रख पाया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश की विष्णु देव सरकार ने रेल लाइन के लिए राज्य के हिस्से की 120 करोड़ की स्वीकृति वर्ष 2024 के बजट में दी है। वहीं रेल मंत्रालय की ओर से एमसीबी अपर कलेक्टर को नई रेल लाइन के लिए नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई। फिलहाल जमीन अधिग्रहण करने नोपजोख शुरू कर दिया गया है। रेलवे लाइन बिछाने में अधिक जमीन राजस्व और फॉरेस्ट की जमीन है, प्रोजेक्ट पूरा होने से चिरमिरी से चलने वाली चिरमिरी, रीवा, चंदिया, भोपाल, अनूपपुर, बिलासपुर सहित पांच ट्रेनों का विस्तार अंबिकापुर तक होगा। इससे बड़ी आबादी को रेल सेवा का लाभ मिलेगा। यात्री सेवाओं के लिए यह रेल लाइन महत्वपूर्ण है। वर्तमान में अबिकापुर से चलने वाली ट्रेनें नागपुर हाल्ट से सीधे बोरीडांड़ जंक्शन होकर चली जाती हैं। नई रेल लाइन बनने से सारी गाड़ियां चिरमिरी और मनेद्रगढ़ से होकर गुजरेगी। गौरतलब है कि चिरमिरी-नागपुर हॉल्ट न्यू रेल लाईन विस्तारीकरण परियोजना का क्रियांवयन कराने के लिये बिना रुके 4 साल तक घंटानाद सत्याग्रह मेरे ( विजय प्रकाश पटेल) द्वारा किया गया था ।
नागपुर से पाराडोल तक नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए राजस्व और रेलवे की टीम सर्वे कर रही है। उसके बाद सर्वे रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी। वर्ष 2013 में सर्वे और 2018 में स्वीकृति मिली थी वर्ष 2013 में 100 नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए सर्वे कराया गया था। जिसमें चिरमिरी पाराडोल-नागपुर हॉल्ट स्टेशन के बीच 17 किलोमीटर रेलवे लाइन भी शामिल थी। रेलवे ने उस समय लाइन विस्तार कराने 69 करोड़ का डीपीआर तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेजा था। हालांकि, पांच साल बाद प्रोजेक्ट की लागत बढ़ाकर 241 करोड़ रेलवे लाइन बिछाने मंजूरी मिली है। वहीं दूसरी ओर भूमिपूजन कराने के पांच साल बाद जमीन का सर्वे और अधिग्रहण की प्रक्रिया हो रही है। नई रेलवे लाइन निर्माण होने के बाद अंबिकापुर, नागपुर चिरमिरी, मनेंद्रगढ़ स्टेशन से होकर गाडियां गुजरेंगीं। नई रेलवे लाइन बिछने के बाद नागपुर हाल्ट स्टेशन को जंक्शन का दर्जा भी अपने आप मिल जाएगा।