रविवार की दोपहर छत्तीसगढ़ की राजधानी में बेहद सियासी है। कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में राज्य के तमाम बड़े कांग्रेसी नेता जुटे हैं। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम यहां संगठन के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक ले रहे हैं। दोपहर तीन बजे के बाद सभी जिला अध्यक्षों के साथ भी प्रदेश अध्यक्ष बात-चीत करेंगे। इस बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश में जारी धान खरीदी और केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ से चावल ना खरीदे जाने के मसले पर चर्चा हो रही है। असल में इसे लेकर कांग्रेस अपनी रणनीति तैयार कर रही है। इस मुद्दे पर पिछले कुछ दिनों से राज्य और केंद्र सरकार के बीच सियासी तकरार जारी है।
सौतेला व्यवहार कर रहे प्रधानमंत्री मोदी
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। केंद्र ने कहा था कि छत्तीसगढ़ से 60 लाख मिट्रिक टन धान खरीदेंगे। मगर अब तक एफसीआई को इसके लिए अनुमति नहीं दी गई। यहां धान जाम होने की वजह से अव्यवस्था के जिम्मेदार केंद्र सरकार ही है। इसे लेकर हम चर्चा कर रहे हैं। बैठक में हम आने वाले दिनों में संगठन की गतिविधियां और वर्धा में आयोजित प्रशिक्षण को लेकर भी बात कर रहे हैं।
भाजपा को किसानों की चिंता है तो पीएम मोदी से बात करें
छत्तीसगढ़ की भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगा रही है। इसे लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को किसानों की असल में चिंता है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करें। क्योंकि केंद्र सरकार के रवैए की वजह से ही छत्तीसगढ़ के किसान परेशान हो रहे हैं। पूरे देश में किसान आंदोलन पर बैठे हुए हैं और मोदी सरकार सिर्फ और सिर्फ अपने कुछ चंद उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने की वजह से किसानों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।