पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि कोरोना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) का बड़ा प्रोग्राम शुरू हो रहा है. हमें अपने वैज्ञानिकों के काम पर गर्व है. नए साल में भारत में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिली है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया और कोच्चि-मंगलुरू गैस पाइपलाइन राष्ट्र को समर्पित की. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि नेशनल अटॉमिक टाइमस्केल के जरिए भारत अब सेकंड के अरबवें हिस्से को मापने में सक्षम है. अतीत ने हमें सिखाया कि जितना एक देश साइंस पर जोर देगा, उतनी ही उसकी तकनीक आगे बढ़ेगी. इस टेक्नोलॉजी के जरिए नई इंडस्ट्रीज बनेंगी और रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा. इस साइकल के जरिए देश आगे बढ़ेगा
नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव को काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-नेशनल फिजिकल लैबोरेट्री (CSIR-NPL) आयोजित कर रहे हैं, जिसके 75 साल पूरे हो रहे हैं. इस कॉन्क्लेव की थीम है मेट्रोलॉजी फॉर द इन्क्लूसिव ग्रोथ ऑफ द नेशन.
पढ़ें नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव पीएम मोदी के भाषण की खास बातें:-
- कॉन्क्लेव में पीएम मोदी ने कहा, ‘देश 2022 में अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर रहा है, 2047 में हमारी आजादी के 100 वर्ष पूर्ण होंगे. हमें आत्मनिर्भर भारत के नए संकल्पों को ध्यान में रखते हुए, नए मानकों, नए पैमानों, नए स्टैंडर्ड्स और न्यू बेंचमार्कस को सेट करने की दिशा में आगे बढ़ना ही है.’
- वैक्सीन का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नया साल देश के लिए नई उपलब्धि लेकर आया है. नए साल पर देश को दो मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन दी गई हैं और इसके लिए वैज्ञानिकों को बधाई है.
- प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय भारत के सामने नया लक्ष्य, नई चुनौतियां हैं और भारत उनका बखूबी सामना कर रहा है. नए दशक में क्वालिटी और माप की दिशा में नई दिशा देनी होगी. दुनिया में इस समय भारत के प्रोडक्ट्स कहां स्टैंड कर रहे हैं इसके लिए मेट्रोलॉजी का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है.
- मोदी ने कहा कि हमें दुनिया को केवल भारतीय उत्पादों से भरना नहीं है. हमें भारतीय प्रोडक्ट्स को खरीदने वाले हर ग्राहक की उम्मीद पर खरा भी उतरना है. हमें ब्रांड इंडिया को क्वालिटी, क्वांटिटी दोनों पैमानों पर भरोसेमंद नाम बनाना है. हमें भारतीय उत्पाद खरीदने वाले हरेक का दिल जीतना है. आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करने के लिए ये बेहद जरूरी है.
- उन्होंने कहा कि मेड इन इंडिया की ग्लोबल डिमांड- ग्लोबल स्वीकार्यता हो, इस दिशा में बड़े प्रयास करने होंगे. आत्मनिर्भर भारत में क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों पर जोर होना चाहिए. हमें क्वालिटी माप के लिए विदेशी स्टैंडर्डर्स पर निर्भरता कम करनी है.
- पीएम मोदी ने कहा कि नए दशक में भारत और उसके उत्पादों की ताकत बढ़ानी है. इसके लिए लोकल को ग्लोबल पहचान दिलाने का अभियान छेड़ने की जरूरत है. हमें अपने उत्पादों में सुधार के लिए पहचानना होगा और इसके लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना होगा. नए मानकों से एक्सपोर्ट, इंपोर्ट क्वालिटी सुनिश्चित होगी. इस दशक में भारत को नई ऊंचाई देनी होगी.
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में टॉप 50 में पहुंचा है और देश में रिसर्च को लेकर असीम संभावनाएं हैं, जिनके लिए मेट्रोलॉजी एक अच्छा टूल साबित हो सकता है. युवा नए दशक में नए भारत का निर्माण करेंगे और नए नए आविष्कार करेंगे. जैसा कि हमने देखा है कि ड्रोन का आविष्कार युद्ध के लिए हुआ था, लेकिन आज उसके जरिए कई बड़े-बड़े काम हो रहे हैं.
- पीएम मोदी ने कहा, ‘आज भारत दुनिया के उन देशों में है जिनके पास अपने नेविगेशन सिस्टम है. आज इसी ओर एक और कदम बढ़ा है. आज जिस भारतीय निर्देशक द्रव्य का लोकार्पण किया गया है. ये हमारे उद्योग जगत को क्वालिटी प्रोडक्ट्स बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा.’