हिंदू धर्म में दिवाली के त्यौहार का बहुत ही खास महत्व होता है। महीने भर पहले से ही इस त्यौहार की तैयारियां शुरू हो जाती हैं और इसकी शुरुआत होती है, घर की साफ-सफाई के साथ। दिवाली का त्योहार माता लक्ष्मी के आगमन का त्यौहार है, इसलिए इस त्यौहार पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है। घर के कोने-कोने को चमकाया जाता है। हालांकि दिवाली पर घर के कोने-कोने में जमी गंदगी को साफ करने के साथ-साथ, घर के कबाड़ को भी बाहर निकलना जरूरी है। कुछ ऐसे सामान होते हैं जो अगर घर में पड़े रहते हैं, तो वास्तुशास्त्र के नजरिए से मेनेगेटिविटी तो फैलाते ही हैं, साथ ही घर की खूबसूरती बिगाड़ने का भी काम करते हैं। तो चलिए जानते हैं, आखिर वो कौन से सामान हैं जिन्हें दिवाली पर घर से बाहर निकलना बेहद जरूरी है।
टूटे हुए कांच के सामान
कांच के टूटे हुए किसी भी सामान को घर में रखना नुकसानदायक हो सकता है। इससे किसी को चोट लग सकती है, साथ ही ये देखने में भी अच्छा नहीं लगता। इसके अलावा वास्तु शास्त्र के अनुसार भी कांच के टूटे हुए सामान को घर में रखना अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि कांच के टूटे हुए सामान को घर में रखने से घर में दरिद्रता आती है। इसलिए इस दीपावली की सफाई में, अगर घर में कोई भी कांच का टूटा हुआ सामान दिखाई दे तो उसे जरूर निकाल फेंके।
पुराने जूते-चप्पल भी निकालें घर से बाहर
अक्सर लोग नए-नए जूते चप्पल खरीदते रहते हैं और साथ ही घर में पुराने जूते-चप्पलों का भंडार भी लगाए रहते हैं। शू रैक कई जोड़ी जूते-चप्पलों से भरा रहता है, जो देखने में बहुत ही अनआर्गनाइज्ड लगता है। इसके साथ ही घर में पुराने जूते-चप्पल का भंडार जमा करके रखना, वास्तु की दृष्टि से भी सही नहीं है। ऐसा कहा जाता है कि घर में पुराने जूते-चप्पल जमा करके रखने से घर में नेगेटिविटी आती है। इसलिए इस दीपावली की सफाई में, घर से पुराने जूते-चप्पलों को निकाल दें।
खराब इलेक्ट्रॉनिक सामानों को बाहर निकालें
कई लोगों की आदत होती है कि वो इलेक्ट्रॉनिक सामानों का कबाड़ जमा करके रखते हैं। उन्हें लगता है कि बाद में ये सामान इस्तेमाल में आ सकते हैं, जबकि ऐसा होता नहीं है और कबाड़ अलग जमा होता रहता है। अगर आपके घर में भी खराब इलेक्ट्रॉनिक सामानों का ढेर जमा हुआ है, तो इस दीपावली की सफाई में इस घर से बाहर निकाल दें। इससे घर का कबाड़ साफ होगा। धार्मिक दृष्टिकोण से भी घर में खराब इलेक्ट्रॉनिक सामानों ढेर लगाकर रखना शुभ नहीं माना जाता है।
टूटा हुआ बेड
अगर आप अपने घर में टूटा हुआ बेड इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इस दीपावली इसे बदल डालें। धार्मिक मान्यता के अनुसार टूटे हुए बेड का इस्तेमाल करने से वैवाहिक जीवन में समस्याएं आती है। इसके अलावा टूटे हुए बेड का इस्तेमाल करना खतरनाक भी हो सकता है। इससे गिरकर चोट भी लग सकती है। इसलिए दीपावली की सफाई में टूटे हुए बेड को जरूर बदल दें।
बंद घड़ी को निकालें घर से बाहर
घर के किसी भी हिस्से में अगर कोई बंद घड़ी पड़ी हो तो उसे दीपावली से पहले घर से बाहर जरूर निकाल दें। बंद घड़ी घर में बहुत निगेटिविटी लेकर आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी बंद पड़ी घड़ी, से घर की तरक्की भी रुक जाती है। इसके अलावा घर के दीवार पर लटकी हुई घड़ी जब बंद या टूटी हुई रहती है तो ये देखने में भी अच्छी नहीं लगती है।
टूटी हुई मूर्तियां भी करें घर से बाहर
घर में खंडित मूर्तियां रखना शुभ नहीं माना जाता। भगवान की मूर्ति हो या कोई स्टैचू, घर में किसी भी टूटी हुई मूर्ति को नहीं रखना चाहिए। इससे वास्तु दोष बढ़ता है और घर की सुख एवं समृद्धि में रुकावट आती है। इसके अलावा घर में रखी टूटी हुई मूर्ति से घर का लुक भी खराब लगने लगता है। मूर्ति कितनी भी खूबसूरत हो, लेकिन अगर वो टूटी हुई है तो इससे घर की शोभा बिगड़ती ही है। इसलिए दीवाली की सफाई में घर की टूटी-फूटी मूर्तियों को भी बाहर निकाल दें।
घर का सारा कबाड़ करें बाहर
साल भर घर में कई तरह के कबाड़ इकट्ठे हो जाते हैं, जिसे घर के किसी हिस्से में स्टोर कर के रख दिया जाता है। पुराने अखबार, रद्दी पेपर, और फटे पुराने कपड़ों के साथ-साथ, टूटे फूटे सामानों का भंडार लग जाता है। दीपावली की सफाई में घर में इकट्ठे हुए सभी कबाड़ के सामान को बाहर निकाल दें। ये कबाड़ की चीजें घर में बेवजह की जगह घेर कर रखती हैं और साथ में देखने में भी बहुत खराब लगती हैं। इसके अलावा धार्मिक मान्यता के अनुसार भी जिस घर में कबाड़ इकट्ठा रहता है, उस घर में माता लक्ष्मी नहीं आती हैं। इसलिए दीपावली की सफाई में घर के कबाड़ को बाहर जरूर निकालें।