धमतरी/बालाघाट.
मध्यप्रदेश के बालाघाट में नक्सल मोर्चे पर तैनात धमतरी जिले के एक जवान का बलिदान हो गया। उनका पार्थिव शरीर गांव पहुँचने पर अंतिम दर्शन करने हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े। वहीं पूरे राजकीय सम्मान के साथ जवान को उनके गृहग्राम जवरगांव में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सभी की आंखे नम थीं। जवरगांव निवासी टकेश्वर निषाद की सीआरपीएफ में भर्ती 2020 में हुई थी जो वर्तमान में बालाघाट में पदस्थ थे।
वहीं 13 अक्टूबर रविवार को नक्सल मोर्चे पर सर्चिंग में बोलेरो वाहन से निकले थे, जिसमे 5 जवान सवार थे तभी रास्ते में वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। जिसमें चार अन्य जवान गंभीर भी रूप से घायल हो गए। जबकि हादसे में टकेश्वर निषाद की मौत हो गई। रविवार की देर शाम जवान का पार्थिव शरीर धमतरी पहुँचा। शव को जिला अस्पताल के मॉर्चुरी में रखा गया था। आज सोमवार को गांव के युवाओं ने जिला अस्पताल से बाइक रैली निकाल कर पार्थिव देह को गांव लेकर गए। इस दौरान जगह-जगह पुष्प वर्षा कर जवान को श्रद्धांजलि दी गई। जिसके बाद पार्थिव शरीर को पूरे गांव में भ्रमण कराया गया और शमशान घाट में गार्ड ऑफ ऑनर और सलामी देने के बाद अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सभी ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। बता दें कि इस मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रसाशन का कोई भी अधिकारी शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने नहीं पंहुच।