सूरजपुर
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक और बड़ी खबर सामने आई है, जहां 19 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई है. हालांकि अभी इस मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. युवती की मेडिकल रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. इस बीच पीड़ित परिवार की ओर से भी दो अलग-अलग बयान सामने आए हैं. सूरजपुर में पीड़िता की मां ने मारपीट का आरोप लगाया है, वहीं अंबिकापुर में पीड़िता के पिता ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है. इधर जिस जगह युवती बरामद हुई थी वहीं पर इस मामले में आरोपी बनाए गए युवक की लाश फंदे पर लटकी मिली है. अब इस पूरे मामले पर सियासत भी तेज हो गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने सरकार पर निशाना साधा है.
पीड़िता के पिता के मुताबिक, श्रीनगर में 12वीं की छात्रा सहेलियों के साथ दशहरा कार्यक्रम देखने गई थी. रावण दहन के बाद छात्रा सांस्कृतिक कार्यक्रम देख रही थी. इस दौरान 9वीं, 10वीं में सहपाठी रहा युवक कांता सिंह मिला. छात्रा ने कांता सिंह से पानी मांगा. कांता ने छात्रा को पानी की बोतल लाकर दी. कांता सिंह ने पानी की बोतल में कुछ मिला दिया था. पानी पीने के बाद छात्रा को नींद आने लगी. छात्रा ने सहेलियों से घर चलने की बात कही. इस बीच आरोपी कांता ने कहा कि वह उसे घर छोड़ देगा.
घर छोड़ने का झांसा देकर गैंगरेप
रेप पीड़िता के परिजनों ने बताया कि आरोपी, छात्रा को बाइक पर बैठाकर गांव के बाहर जंगल ले गया. वहां उसके 5 और साथी पहुंच गए. सभी आरोपियों ने छात्रा से गैंगरेप किया. फिर जानलेवा हमला भी किया. सांस नहीं चलने पर मृत समझकर छात्रा को मौके पर छोड़कर भाग निकले. परिजनों ने बताया कि छात्रा के घर नहीं लौटने पर उसकी खोजबीन में लगे थे. इसी दौरान रविवार सुबह छात्रा किसी तरह घिसटते हुए जंगल से बाहर आई. दिनभर परिजनों ने उसे घर पर रखा. होश आने पर सोमवार को परिजन ने रामानुजनगर पुलिस को घटना की सूचना दी.
सूरजपुर एडिशनल एसपी संतोष महतो के मुताबिक युवती के पिता की रिपोर्ट पर रामानुजगंज थाने में 13 अक्टूबर को कांता सिंह के खिलाफ मारपीट का अपराध दर्ज किया गया है. उस समय युवती के पिता या छात्रा ने जो जानकारी दी, उसके हिसाब से एफआईआर लिखी गई है. अंबिकापुर जाकर वे अगर गैंगरेप की जानकारी दे रहे हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई होगी.
कांग्रेस ने बनाई जांच समिति, कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
इस मामले में कांग्रेस ने 7 सदस्यीय जांच समिति बनाई है. इसमें वरिष्ठ नेता बालकृष्ण पाठक को समिति के संयोजक बनाए गए हैं. कांग्रेसियों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. आरोपियों की तीन दिनों में गिरफ्तारी नहीं होने पर कांग्रेस ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
सिंहदेव ने कहा – प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने साय सरकार पर निशाना साधा है. सिंहदेव ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत खराब हो गई है. सिंहदेव ने कहा कि दशहरा के दिन सूरजपुर में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हो जाती है और पुलिस एफआईआर नहीं करती. सूरजपुर में पुलिस परिवार के दो लोगों की विभत्स हत्या हो जाती और आरोपी फरार हो जाता है. हर कहीं पुलिस फेल साबित हो रही है. सरकार कहीं नज़र ही नहीं आ रही.