टेरर फंडिंग (Terror Funding) और फ़र्ज़ी पासपोर्ट मामले में ये छापेमारी है. संतकबीरनगर के खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात जी अब्दुल मन्नान से एटीएस की पूछताछ चल रही है. इनके अलवा 5 अन्य संदिग्धों से भी एटीएस की पूछताछ जारी है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (UP ATS) की टीमों ने बुधवार को रोहिंग्या और टेरर फंडिंग मामले में कई जगह एक साथ छापेमारी की है. जानकारी के अनुसार एटीएस टीमें उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद (Khalilabad), बस्ती (Basti) और अलीगढ़ (Aligarh) में छापे मार रही हैं.जानकारी के अनुसार प्रदेश में रोहिंग्याओं से जुड़े मामलों में यूपी एटीएस की छापेमारी चल रही है. खलीलाबाद, बस्ती और अलीगढ़ में कुल पांच ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. वहीं यूपी के अलावा महाराष्ट्र के मुंबई और तेलंगाना में हैदराबाद में भी छापेमारी की खबर है.
जानकारी के अनुसार टेरर फंडिंग और फ़र्ज़ी पासपोर्ट मामले में ये छापेमारी है. संतकबीरनगर के खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात जी अब्दुल मन्नान से एटीएस की पूछताछ चल रही है. इनके अलवा 5 अन्य संदिग्धों से भी एटीएस की पूछताछ जारी है माना जा रहा है कि इस छापेमारी के बाद कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो सकती है.
पिछले दिनों गोरखपुर में मारा था छापा
बता दें अभी कुछ दिन पहले ही यूपी एटीएस टीम ने गोरखपुर में गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित चर्चित मोबाइल कारोबारी की दुकान नईम एंड संस पर छापा मारा था. इस दौरान एटीएस सीओ के नेतृत्व में टीम दुकान की तलाशी ली और सभी कर्मचारियों को बाहर निकालकर दुकान मालिक से पूछताछ की गई. साल 2018 में भी एटीएस की टीम ने यहां छापा मारा था. एटीएस टीम ने आज बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल की दुकान पर पहुंची. इस दौरान दुकान बंद मिली तो दुकान मालिक को बुलाकर दुकान खुलवाई गई. फिलहाल घंटो से छानबीन चली. इस मामले में एटीएस के साथ ही मोबाइल कारोबारी की तरफ से किसी तरह का बयान नहीं आया.
मार्च 2018 में नईम एंड संस पर भारी पुलिस बल ने छापा मारा था. यहां से पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संपर्क में रहने के आरोप में नईम के दो बेटे नसीम अहमद और नईम अरशद (बॉबी) को गिरफ्तार किया गया था. पहले व्यापारी इसे आयकर या सेल्स टैक्स का छापा समझ रहे थे, मगर उन्हें जब यह पता चला कि दोनों भाइयों के आतंकी संगठन के लिए काम करने की पुष्टि हुई है तो हैरान रह गए थे.