श्रीनगर शहर में पिछले तीन दिनों से भारी बर्फबारी (Snowfall) हो रही है और अंतर-जिला मार्गों, जिला मुख्यालयों को तहसील से जोड़ने वाले मुख्य मार्गों पर बर्फ हटाने का काम जारी है.
कश्मीर घाटी (Kashmir Vally) में भारी बर्फबारी (Snowfall) के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग, मुगल रोड बंद कर दिए गए हैं. इसके साथ ही सभी उड़ानें कैंसिल कर दी गई हैं. घाटी में रविवार को बर्फबारी शुरू हुई और अंतिम खबर आने तक कई इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है. वहीं मौसम कार्यालय ने बताया कि दोपहर बाद मौसम में सुधार की संभावना है.
ट्रैफिक कंट्रोल रूम के एक अधिकारी ने बताया, ‘जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात की अनुमति नहीं है, क्योंकि वहां बर्फ जमी हुई है और कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं.’ उन्होंने बताया कि जवाहर सुरंग के पास बर्फ जमा होने से राजमार्ग बंद है. वहीं, राजमार्ग के कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं और चट्टानें गिरी हैं.
अधिकारी ने बताया कि बर्फ हटाने का काम जारी है. 260 किलोमीटर लंबे मार्ग पर फंसे वाहनों को निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले में सबसे ज्यादा बर्फबारी हुई है. वहां कुछ स्थानों पर पांच से छह फुट बर्फ जमा हो गई है. अनंतनाग जिले में भी भारी बर्फबारी हुई.
श्रीनगर शहर में पिछले तीन दिनों से भारी बर्फबारी हो रही है और अंतर-जिला मार्गों, जिला मुख्यालयों को तहसील से जोड़ने वाले मुख्य मार्गों पर बर्फ हटाने का काम जारी है.
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि बर्फबारी की वजह से अनिवार्य सेवाएं प्रभावित न हो, लेकिन घाटी के कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति इसकी वजह से प्रभावित हो गई.
उन्होंने बताया कि भारी बर्फबारी और कम दृश्यता की वजह से श्रीनगर हवाईअड्डे पर चौथे दिन भी विमानों का परिचालन बहाल नहीं हो पाया. इस बीच, मौसम कार्यालय ने बताया कि बुधवार दोपहर बाद मौसम में सुधार की संभावना है.
मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘मौसम में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और उल्लेखनीय सुधार आज दोपहर बाद से होने की संभावना है.’ उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर के दूरदराज इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है, लेकिन गुरुवार से 14 जनवरी तक भारी बर्फबारी की संभावना नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी के कारण घाटी में न्यूनतम तापमान बढ़ा, लेकिन अब भी यह शून्य से नीचे ही है.
मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 0.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 3.5 डिग्री सेल्सियस, पहलगाम में शून्य से नीचे 1.2 डिग्री सेल्सियस, काजीगुंड में शून्य से नीचे 0.2 डिग्री सेल्सियस, कुपवाड़ा जिले में शून्य से नीचे 0.7 डिग्री सेल्सियस, कोकरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 1.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
गौरतलब है कि कश्मीर में 40 दिन का ‘चिल्लईं कलां’ का दौर चल रहा है. इस दौरान क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ती है और सर्दी का आलम यह रहता है कि जल आपूर्ति वाली लाइनों तक में पानी जम जाता है. यह 21 दिसंबर से शुरू हुआ है और 31 जनवरी को समाप्त होगा.