अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बाद लोगों में निवेश की प्रवृत्ति बढ़ी है। आजकल सामान्य लोग भी शेयर मार्केट में दिलचस्पी लेने लगे हैं। आज पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा निवेश कंपनियां और वित्तीय सलाहकार कंपनियां मैदान में हैं। लिहाजा शेयर मार्केट से संबंधित रोजगार में भी इजाफा हुआ है। यही वजह है कि इस क्षेत्र में अब एमबीए, सीए, आईसीडब्लूए या स्टॉक एक्सचेंज से मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट होल्डर्स अपना भविष्य संवार रहे हैं।
पिछले कुछ सालों में शेयर मार्केट के क्षेत्र में कई बड़े घोटाले सामने आए हैं। उनमें प्रतिभूति घोटाला, यूटीआई जैसे घोटाले ने तो सरकार की जड़ें हिला कर रख दीं। लिहाजा इससे निजात पाने के लिए सरकार ने कई कानून और उच्च तकनीकी प्रक्रिया अपनाई है। जिसके तहत शेयर मार्केट में रोजगार के लिए सरकार ने सर्टिफिकेट कोर्स जैसी शर्ते अनिवार्य कर दी हैं। यही वजह है कि कैपिटल मार्केट डीलर मॉड्यूल, प्रोग्राम ऑन कैपिटल मार्केट, सर्टिफिकेट कोर्स ऑन स्टॉक मार्केट और शेयर ब्रोकिंग जैसे पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई है। फिलहाल इस क्षेत्र में बहुत ही कम प्रतियोगिता है। लिहाजा सभी पाठ्यक्रमों में दाखिला आसानी से मिल जाता है।
फाइनेंस से एमबीए, इकोनॉमिक्स या कॉमर्स से मास्टर डिग्री धारक और चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट जैसे पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा करने वाले अभ्यर्थी भी इस क्षेत्र में कॅरियर बना सकते हैं। इसके अलावा विभिन्न तरह के फाइनेंस, कॉमर्स और मैनेजमेंट के कोर्स कर रहे युवाओं के लिए भी शेयर मार्केट से जुड़े विभिन्न उपक्रमों और सहायक−क्षेत्रों में प्रबल सभावनाएं हैं। आम लोगों के लिए इंश्योंरेंस फंड, रिटायरमेंट फंड और म्यूचुअल फंड जैसे निवेश का फंडा समझ से बाहर होता है। इसीलिए उन्हें निवेश के लिए एक सलाहकार की जरूरत भी पड़ती है। ऐसे में कंसल्टेंसी का काम भी बेहतर रोजगार होगा। इसके अलावा अभ्यर्थी मार्केट एनालिस्ट, रिसर्च एनालिस्ट या इक्विटी रिसर्चर के तौर पर भी काम कर सकते हैं।
ज्यादा जानकारी के लिए इन संस्थाओं से संपर्क कर सकते है−
-नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, नई दिल्ली।
-बीएसई ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज, मुंबई।
-आईसीएफएआई, हैदराबाद।
-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कैपिटल मार्केट एंड डेवलपमेंट, करोलबाग, दिल्ली।
-जेडीसी बिटको इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च, नासिक।