सतना
सतना जिले में गरीब लोगों को ईसाई धर्म में कनवर्ट करने के लिए लालच देने की कोशिश के आरोप में पुलिस ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. कोलगवां पुलिस थाना प्रभारी सुदीप सोनी ने कहा कि एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर शुक्रवार को तीनों के खिलाफ मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम, एक धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था.
सतना के बैंक कॉलोनी निवासी आदर्श त्रिपाठी ने शिकायत की कि तीन महिलाएं उनसे मिलीं और उनके परिवार के बारे में जानकारी मांगी. उन्होंने कहा, इसके बाद तीनों ने उसे अपने बीमार पिता को ठीक करने के लिए ईसाई धर्म अपनाने के लिए राजी किया.
अधिकारी ने कहा, शिकायतकर्ता ने कहा कि इन महिलाओं ने हिंदू धर्म के बारे में भी घटिया कमेंट भी किए. उन्होंने कहा, शिकायत के बाद, तीन महिलाओं, जिनकी पहचान सोनू साकेत, पार्वती साकेत और अर्चना साकेत के रूप में हुई, पर मामला दर्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए लुभाने के उद्देश्य से गलत कंटेंट वाले पर्चे भी उनके कब्जे से जब्त किए गए.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से ईसाई धर्म के प्रति प्रेरित करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि यहां गरीब और असहाय लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. हिंदू महासंघ और राष्ट्रीय गौरक्षा समिति के पदाधिकारियों की सूचना पर पुलिस पहुंची. इसके बाद धर्म परिवर्तन करा रहे दो पादरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से ईसाई धर्म के प्रति प्रेरित का मामला सामने आया है. आरोप है कि गरीब और असहाय लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. हिंदू महासंघ और राष्ट्रीय गौरक्षा समिति के पदाधिकारियों की सूचना पर पुलिस पहुंची. इसके बाद धर्म परिवर्तन करा रहे दो पादरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. दरअसल, यह मामला नगर कोतवाली के मुहरिया इलाके का है.
इस मोहल्ले में एक घर में दर्जनों गरीब, असहाय व दलित महिलाएं इकट्ठी थीं. जहां दो पादरियों द्वारा उन्हें धर्म सभा के माध्यम से संबोधित कर ईसाई धर्म के प्रति प्रेरित किया जा रहा था. इसकी जानकारी जब हिंदू महासंघ व राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी के पदाधिकारियों को हुई तो वे मौके पर पहुंच गए.