बेंगलुरु
भारतीय क्रिकेट टीम को युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल से अगले माह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें हैं। यशस्वी के कोच ज्वाला सिंह का मानना है कि यश्स्वी की सबसे बड़ी परीक्षा ऑस्ट्रेलिया दौरे में होगी पर जिस एकाग्रता से वह खेलते हैं उससे उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने में सहायता मिलेगी। कोच ने कहा इस स्तर पर पहुंचकर ये अहम होता है कि आप दबाव को कैसे संभालते हैं। आप हमेशा तकनीक पर काम कर सकते हैं पर अगर आपके पास सही रवैया और मानसिकता नहीं है, तो आप सफल नहीं हो सकते।
यशस्वी काफी परिपक्व हैं और इसका लाभ उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में हालात अलग होते हैं। इसका कारण है कि वे वहां काफी कठिन क्रिकेट खेलते हैं और विपक्ष पर बेहद दबाव डालते हैं। पूर्व कोच के अनुसार टेस्ट पदार्पण के बाद से ही एक बल्लेबाज के रूप में विकास किया है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ रहने से उन्हें काफी सहायता मिली है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद से यशस्वी ने 11 टेस्ट मैचों में 64.05 की औसत से 1217 रन बनाए हैं और तीन लंबी पारियां खेली हैं जिसमें 171,209 और 214 रन शामिल हैं। साथ ही कहा कि वह हमेशा एक बल्लेबाज के रूप में आक्रामक रहा है। पहले, वह लगभग हर गेंद पर प्रहार करने जाता था पर अब वह हालात के अनुसार ऐसा करता है। वह अब अपने खेल के बारे में अधिक जानकारी रखता है। उसे इस बारे में बेहतर जानकारी है कि किस गेंद पर आक्रमण करना है और किस को छोड़ना है। इसके साथ ही उसकी फील्डिंग भी बेहतर होती है। इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ यशस्वी ने अच्छी बल्लेबाजी की थी। वहीं भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा को भी यशस्वी के कौशल स्तर और अनुकूलन क्षमता पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, उनके पास हर तरह की परिस्थितियों में खेलने के लिए मैच है। आप उन पर दांव लगा सकते हैं और उनसे टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद कर सकते हैं।