मजबूत हड्डियां हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। मगर बाजार में मिलने वाले जंक फूड का सेवन जिस तरह हमारी हड्डियों को कमजोर बना रहा हैं, वह चिंता का विषय है। युवा पीढ़ी में हड्डियां संबंधित बीमारियां इसीलिए बढ़ रही हैं। लिहाजा बच्चों को जंक फूड से दूर रखना जरूरी है। ताकि युवावस्था में इनकी हड्डियां मजबूत रहें। 30 साल की उम्र के बाद हड्डियों में खनिज की सघनता कम होने लगती है जिसे नियंत्रित करने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी हैं। हड्डियों को क्रियाशील ऊतक माना जाता हैं, ऐसे में व्यायाम इनकी मजबूती बढ़ाता है।
हड्डियां शरीर की सामान्य गतिविधि और व्यक्ति की स्वस्थ जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हड्डियां न सिर्फ शरीर को संतुलित रखती हैं, बल्कि हृदय, फेफड़े पसली को सुरक्षित रखने के अलावा शरीर के लिए आवश्यक खनिज संजय करना यह सब हड्डियों का ही काम है। उम्र बढ़ने के साथ हड्यिां भी कमजोर पड़ने लगती हैं। ऐसे में इनके टूटने का खतरा बढ़ जाता है। हड्डियों की कमजोरी शरीर की सक्रियता भी बाधित करती हैं।
दरअसल, हड्डियां खनिज और कैल्शियम की संघटक होती हैं। मगर हड्डियों की मजबूती में कैल्शियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। 30 साल के बाद से इनके नुकसान की प्रक्रिया तेज हो जाती है। जब इनमें कैल्शियम और खनिज की मात्रा घटने लगती हैं, तो हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और हल्की सी चोट लगने पर भी यह टूट सकती हैं। इस स्थिति को आस्टियोपोरोसिस कहते हैं। ज्यादा उम्रदराज लोगों में यह समस्या आम है। हड्डियों की मजबूती के लिए जितना जरूरी स्वस्थ आहार है, उतना ही जरूरी योग व व्यायाम भी हैं। हड्डियों की मजबूती ऐसे लोगों में ज्यादा उम्र तक रहती है, जो व्यायाम करते है। इनमें सबसे फायदेमंद होता है वजन उठाने वाले व्यायाम। यह हड्डियों पर अतिरिक्त दबाव देते हैं और इससे हड्डियों को मजबूती मिलती हैं। वजन उठाने वाले व्यायाम बीस साल की उम्र से ही शुरू कर देना चाहिए।
डांस और एरोबिक्स आपको तनाव मुक्त रखते हैं और हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती भी देते हैं। अगर आपको नृत्य का शौक हैं तो इससे बेहतर व्यायाम हड्डियों के लिए नहीं हो सकता। जीवन भर अगर हड्डियों की मजबूती बनाएं रखना चाहते हैं तो सीढ़ियों का इस्तेमाल ज्यादा करें। रोजना तेज कदमों से कुछ घंटे चलना भी हड्डियों की उम्र बढ़ाता है। सबसे बेहतर व्यायाम है- दौड़ लगाना।
इससे आपका वजन नियंत्रित रहेगा जिससे हड्डियों पर ज्यादा दबाब नहीं पड़ेगा। दौड़ लगाना दिल को स्वस्थ रखता हैं साथ ही हड्डियों और मांसपेशियों को भी दुरूस्त रखता हैं। एक बात का ध्यान जरूर रखें अगर आप किसी भी प्रकार का दर्द या चलने-फिरने में तकलीफ महसूस करें तो पहले डॉक्टर की सलाह ले लें।
हड्डियों को मजबूती देने के लिए योग सबसे बेहतर व्यायाम हैं। इसके अलावा मुद्रा वाले व्यायाम उनके लिए फायदेमंद हैं जो घंटों बैठकर कम्प्यूटर के आगे काम करते हैं। लगातार बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी में तकलीफ बढ़ जाती है। मुद्रा वाले व्यायाम कंधों और पीठ दर्द से राहत देते हैं। हमेशा शरीर का सही संतुलन बनाकर रखें और स्वस्थ आहार जरूर लें।