कोलकाता
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अपनी सहकर्मी के साथ हुए बलात्कार और हत्या के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन 16वें दिन भी जारी है। हालांकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अनशन पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के बीच सोमवार को शाम 5 बजे अहम बैठक तय की गई है। मुख्य सचिव मनोज पंत ने शनिवार शाम को पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (डब्ल्यूबीजेडीएफ) को ईमेल भेजकर मुख्यमंत्री के साथ बैठक के लिए भूख हड़ताल वापस लेने की पूर्व शर्त रखी है।
ईमेल में उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बैठक में आने वाले जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल में 10 सदस्यों से ज्यादा नहीं होना चाहिए। पंत ने कहा कि डॉक्टरों को मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए 45 मिनट का समय दिया जाएगा। मुख्य सचिव के ईमेल ने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को हैरान कर दिया, क्योंकि शनिवार दोपहर को मुख्यमंत्री के साथ उनकी फोन पर हुई बातचीत के दौरान ‘भूख हड़ताल वापस लेने’ की शर्त नहीं रखी गई थी।
डब्ल्यूबीजेडीएफ ने मुख्य सचिव के इस ईमेल पर अभी तक फैसला नहीं लिया है। वे देर शाम आपस में बैठक करने के बाद इसकी घोषणा करेंगे। हालांकि, डब्ल्यूबीजेडीएफ के प्रतिनिधि अशफाक उल्ला नैया ने कहा कि भूख हड़ताल वापस लेना बैठक के लिए पूर्व शर्त नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, “भूख हड़ताल सिर्फ बैठक की मांग को लेकर नहीं बल्कि मांगों को पूरा करने के लिए की जा रही है। हालांकि, अंतिम निर्णय हमारी बैठक के बाद ही बताया जा सकेगा।”
बता दें कि डब्ल्यूबीजेडीएफ ने शुक्रवार शाम को ममता सरकार को चेतावनी दी थी कि यदि सोमवार तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो उन्हें मंगलवार से काम बंद करके आंदोलन पर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। ऐसे में सभी की निगाहें 21 अक्टूबर को होने वाली अहम बैठक पर टिकी हैं।