वायनाड
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को वायनाड लोकसभा सीट से उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। वह कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरी हैं। बुधवार को उनके नॉमिनेशन के लिए भव्य तैयारियां की गईं। कांग्रेस के सभी दिग्गज और राष्ट्रीय स्तर के सीनियर नेता शामिल हुए। इस दौरान एक वीडियो सामने आया है। इसमें मल्लिकार्जुन खरगे नॉमिनेशन के दौरान गेट के बाहर से झांकते नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें अंदर एंट्री नहीं दी गई। बीजेपी अब इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा रही है। उन्होंने कहा कि खरगे को नामांकन प्रक्रिया से बाहर इसलिए रखा गया क्योंकि वह दलित हैं।
सोशल मीडिया पर आए वीडियो में दिख रहा है कि प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और उनका पूरा परिवार नॉमिनेशन के दौरान डीएम कार्यालय में मौजूद है। वहीं मल्लिकार्जुन खरगे नदारद हैं। वह गेट के बाहर से जरा से खुले दरवाजे से अंदर झांक रहे हैं।
वीडियो में बेबस नजर आए मल्लिकार्जुन खरगे!
वीडियो में दिख रहा है कि एक शख्स गेट पर खड़ा है। वह उन्हें अंदर नहीं आने देता तो वह बाहर से ही यहां-वहां किसी तरह झांकने की कोशिश करते हैं। बीजेपी ने कहा कि खरगे का अपमान हुआ और सारा सम्मान गांधी परिवार को मिला। बीजेपी ने यहां तक कहा कि दलित होने के कारण प्रियंका गांधी के नामांकन में मल्लिकार्जुन खरगे को एंट्री नहीं दी गई।
हालांकि कांग्रेस की ओर से इस वीडियो के लेकर कहा गया कि अंदर सिर्फ 5 लोग ही जा सकते थे इसलिए मल्लिकार्जुन खरगे को कलेक्टर ऑफिस के कर्मचारी ने अंदर नहीं जाने दिया। हालांकि जब उन्हें जानकारी हुई तो खरगे को एंट्री दी गई।
हिमंत बिस्व सरमा बोले- बेहद निराशाजनक
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'वायनाड में आज तथाकथित होली ट्रिनिटी के मल्लिकार्जुन खरगे जैसे अनुभवी सांसद और दलित नेता के प्रति दिखाए गए अनादर को देखना बेहद निराशाजनक है। चाहे वह एआईसीसी का अध्यक्ष हो या पीसीसी, क्या परिवार उन लोगों को अपमानित करने में गर्व महसूस करता है जिन्हें वे केवल रबर स्टैंप मानते हैं?'
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने ली चुस्की
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस घटनाक्रम पर चुस्की ली। उन्होंने लिखा, 'जब आप खरगे हों तो घर के नहीं।' प्रेम शुक्ला ने इस वीडियो को शेयर करके लिखा, 'बेचारे खरगे जी ! इटली वाली बाई की बेटी वायनाड से नामांकन कर रही है। कांग्रेस के जीजाजी, सासूजी, बेटा, बेटी के बेटे अंदर हैं और कांग्रेस के अध्यक्ष सुराख से झांक रहे हैं कि कोई उन्हें भी अंदर ले ले। इसीलिए बालासाहब ठाकरे कहते थे कि सोनिया के सामने हिजड़े झुकते हैं!'
गौरव भाटिया ने कहा, गजब बेइज्जती
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, 'गजब बेइज्जती है। क्या दलित होना पाप है। मल्लिकार्जुन खड़गे जी को प्रियंका वाड्रा गांधी के नामांकन के दौरान कमरे से बाहर रखा गया। सीताराम केसरी, फिर पीवी नरसिम्हा राव जी अब खड़गे जी। संदेश स्पष्ट है- अगर तुम गांधी परिवार से नहीं हो तो याद रखो गांधी परिवार के पिद्दी की हैसियत भी कांग्रेस अध्यक्ष से ज्यादा है।'