देवास
इंदौर-बैतूल हाईवे पर चापड़ा क्षेत्र के मोखापिपलिया में कालीसिंध नदी के अंग्रेजों के जमाने के पुल पर गड्ढा हो जाने से शुक्रवार रात भारी वाहनों का रुट डायवर्ट कर दिया गया। चापड़ा से बागली, पुंजापुरा, कांटाफोड़ होकर वाहनों के निकलने का सिलसिला चल चल रहा था।
इसी दौरान शनिवार अल सुबह बागली पुंजापुरा के बीच बरझाई घाट पर सीमेंट से भरा एक ट्राला ब्रेक फेल होने से अनियंत्रित होकर एक अन्य वाहन से टकरा गया। इसके कारण रास्ते में जाम लग गया। कुछ ही देर में एक के बाद एक सैकड़ो वाहनों की कतार लग गई।
वाहन चालक सहित यात्री भी परेशान होते रहे। 4 से 5 घंटे के बाद यहां पर यातायात व्यवस्थित हो पाया। वहीं वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ने के कारण कांटाफोड़ क्षेत्र में भी जाम लग गया था।
एक हिस्से से छोटे वाहन निकलते रहे
उधर रात में ही मोखापिपल्या में पुल पर हुए गड्ढे का सुधार कार्य किया गया। इसके बाद सुबह से वाहनों का आवागमन सुचारू हो पाया हालांकि रात में भी पुल के एक हिस्से से छोटे वाहन निकलते रहे थे। उधर पुल पर गड्ढा होने और रोड डायवर्ट होने को लेकर शनिवार सुबह से लोग इंदौर जाने के लिए पहले अपने जान पहचान वालों और रिश्तेदारों से आवागमन की स्थिति का पता करते रहे।
खातेगांव, कन्नौद, नेमावर क्षेत्र के लोगों ने चापड़ा और बागली क्षेत्र के लोगों से मोबाइल फोन पर संपर्क किया जब आवागमन सुचारू होने की जानकारी मिली तब यह लोग इंदौर के लिए रवाना हुए।
वाहनों का दबाव ज्यादा, पुल की चौड़ाई कम…
मोखापिपल्या में कालीसिंध नदी पर बना पुल अंग्रेजों के जमाने का है। वाहनों के अधिक दबाव के बीच यह पुल काफी सकरा पड़ रहा है। वहीं ऊंचाई कम होने के कारण वर्षा काल में नदी उफान पर आने से रास्ता बंद हो जाता है। पुल के आसपास या पुल के ऊपर हादसा हो जाने की स्थिति में रास्ता जाम हो जाता है।
इस मार्ग से निकलने वालों को रोड डाइवर्ट होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाम में फंसने के कारण वे अपनी मंजिल पर समय से नहीं पहुंच पा रहे हैं। अब पुल के सुधार होने तक भारी वाहनों को डायवर्ट कर निकाला जाएगा। इससे लगातार जाम की आशंका बनी रहेगी।