हरियाणा
मौसम में बदलाव के चलते दिवाली से पहले ही दिल्ली से सटे शहरों में हवा दमघोंटू बन रही है। शहरों पर स्मॉग की चादर छाने लगी है। देश के 32 प्रदूषित शहरों में 11 अकेले हरियाणा के हैं। हरियाणा में भिवानी सबसे अधिक प्रदूषित रहा। यहां का एक्यूआई 283 दर्ज किया गया। इसी तरह, सोनीपत में 272, रोहतक 254, गुरुग्राम 239, कैथल 233, हिसार 225, करनाल 215, कुरुक्षेत्र 214, फरीदाबाद 208, सिरसा 209 और जींद में 207 रहा।
क्या कहना है मौसम विभाग का
मौसम विभाग के अनुसार अगले सात दिनों तक इस हालत में बदलाव आने लायक कोई मौसमी स्थिति नहीं बन रही है। चार दिन बाद दिवाली को देखते हुए हालात और खराब हो सकते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि सोमवार और मंगलवार को दो दिन तक यही स्थिति बनी रह सकती है। बुधवार से हवा गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस दिन से हवा में पटाखों की हिस्सेदारी बढ़ेगी। इससे वायु गुणवत्ता खराब होगी।
पराली जलने के मामलों में नहीं आ रही कमी
प्रदूषण के बढ़ने के बावजूद पराली जलने के मामलों में कमी नहीं आ रही। हरियाणा में पराली जलने के कुल मामलों में 700 का आंकड़ा पार कर लिया। रविवार को 14 नए मामले आए। पराली जलाने वाले 9 किसानों की रेड एंट्री की गई है। अभी तक राज्य में कुल 441 किसानों की मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रेड एंट्री हो चुकी है, जो दो सीजन तक एमएसपी पर अपनी फसल नहीं बेच सकेंगे। नाै किसानों पर पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की गई है।