बाघ के पंजे, दांत और मूंछें गायब हैं. आरोपी से यह पता लगाया जाएगा कि वे सब कहां गए. पुलिस ने कहा कि बाघ के पंजे, दांत और मूछों की कीमत काफी ज्यादा होती है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धमतरी जिले (Dhamtari District) की सिहावा थाना पुलिस ने एक वयस्क बाघ की खाल (tiger skin) के साथ एक तस्कर (smuggler) को गिरफ्तार (arrested) किया है. पुलिस ने आरोपी की बाइक भी जब्त कर ली है. पकड़े गए शख्स की पहचान जयराम कावड़े के रूप में हुई. पुलिस ने बताया कि जब्त की गई खाल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 40 लाख रुपये मूल्य की है.
जारी है वन्य पशुओं का शिकार
आपको ध्यान होगा कि धमतरी में इससे पहले भी जानवरों की खाल के साथ तस्कर पकड़े गए हैं. लेकिन पहले हिरण और तेंदुए जैसे वन्य प्राणियों की खाल की तस्करी पकड़ी जाती रही है. यह पहली बार है कि बाघ की खाल पकड़ी गई है. इस गिरफ्तारी से यह साफ हो जाता है कि धमतरी, कांकेर और गरियाबंद के सीमावर्ती इलाके में लगातार वन्य प्राणियों का शिकार भी हो रहा है और उनकी तस्करी भी जारी है. जाहिर है अंतररष्ट्रीय खाल माफिया का लिंक यहां तक फैल चुका है. यह स्थिति पुलिस और वन विभाग के लिए खासी चिंता की बात है.
पूछताछ जारी है गिरफ्तार आरोपी से
फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपी जयराम कावड़े से पूछताछ कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि इस पूछताछ में कई अहम जानकारियां निकल कर सामने आएंगी. अबतक हुई पूछताछ में यह पता चला है कि आरोपी कांकेर जिले के आमाबेड़ा का रहने वाला है. कुछ समय से वह नारायण पुर में रह रहा था. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी से अभी कई और सवालों के जवाब मिलने बाकी हैं. मसलन, आरोपी से यह पता लगाया जाएगा कि बाघ का शिकार कब हुआ और किसने किया, यह शिकार किस इलाके में किया गया? तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि बाघ के पंजे, दांत और मूंछें गायब हैं. आरोपी से यह पता लगाया जाएगा कि वे सब कहां गए. पुलिस ने कहा कि बाघ के पंजे, दांत और मूछों की कीमत काफी ज्यादा होती है. दुनियाभर में बाघ के शरीर के हर एक अंग की भारी मांग रहती है और जरूरतमंद लोग इसकी मुहमांगी कीमत देने को तैयार रहते हैं. फिलहाल आरोपी को वन्य प्राणी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. अगर इस मामले में गंभीरता से जांच की जाए तो खाल माफिया तक पहुचा जा सकता है.