उत्तर भारत के कई जिलों में जारी किसानों का आंदोलन अब दक्षिण-पश्चिम में भी फैलता नजर आ रहा है। दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में अब महाराष्ट्र के किसान भी उतर आए हैं। महाराष्ट्र के 21 जिलों के 15 हजार किसान आज मुंबई के आजाद मैदान से राजभवन तक मार्च निकालेंगे। संयुक्त शेतकारी कामगार मोर्चा की तरफ से आयोजित इस रैली को ‘लाल बादल’ नाम दिया गया है। किसानों के अलावा राजनीतिक दलों के लोगों समेत 35 हजार दूसरे लोग भी रैली में शामिल होंगे।
अपडेट्स:
- आजाद मैदान और रैली वाले रास्ते पर भारी संख्या में पुलिस बल और CRPF के जवान तैनाती हैं।
- रैली वाले पूरे रास्ते और आजाद मैदान पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
- राजभवन के बाहर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, राजभवन में आज होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
- कोरोना के खतरे को देखते हुए आजाद मैदान में BMC ने डॉक्टर्स की टीम तैनात की है।
रैली को सत्ताधारी दलों का समर्थन
किसानों की रैली का सत्ताधारी महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (शिवसेना-कांग्रेस और NCP) ने समर्थन किया है। NCP अध्यक्ष शरद पवार, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट भी आजाद मैदान पहुंचकर किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुए।
किसान बोले- कृषि कानून के अंधकार को दूर करने के ठंड सहनी पड़ेगी
नासिक के घाटांडेवी के रहने वाले किसान राजू पवार ने बताया, ‘हम पूरी रात खुले आसमान के नीचे सोए, ताकि हमें यह पता चल सके कि दिल्ली की सीमा पर धरना दे रहे किसान किस कष्ट में हैं। लेकिन न उनका विश्वास डगमगाया और न ही हम हार मानने वाले हैं। हम इस संकल्प के साथ आए हैं कि काले कृषि कानूनों को रद्द किया जाना चाहिए। हमें कोई ठंड नहीं लगी, क्योंकि भविष्य इतना अंधकारमय है कि अगर हम उस अंधेरे को दूर करना चाहते हैं, तो हमें यह कोहरा और ठंड सहने पड़ेंगे।’