रीवा
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मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एकतरफा प्यार में आम आदमी पार्टी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ने एक युवती का अपहरण करउसे बंधक बना लिया. आरोप है कि आम आदमी पार्टी का नेता युवती पर शादी करने का दबाव बना रहा था. वहीं मौका मिलते ही ड्राइवर की मदद से युवती आरोपियों के चंगुल से छूटकर पुलिस के पास पहुंच गई. पीड़ित युवती ने पुलिस से मामले की शिकायत की. वहीं पुलिस ने घेराबंदी करके 3 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है.
पूरा मामला विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र का है. घटना उस समय हुई जब युवती किसी काम से स्टेडियम तिराहे के पास से गुजर रही थी. उसी समय आरोपी गौरव वर्मा ने उसे सस्ता टैबलेट दिलाने का झांसा देकर कार में बैठा लिया. गौरव वर्मा के साथ पहले युवती ने काम किया था जिससे उसकी जान पहचान थी. गौरव उसे बाईपास, कैलाशपुरी और रिंग रोड सहित अन्य स्थानों पर घुमाने के बाद नेहरू नगर स्थित एक घर में ले गया. वहां उसने युवती के हाथ-पैर बांध दिए और मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसे बंधक बना लिया. गौरव और उसके साथी खाना लेने बाहर गए थे इस दौरान ड्राइवर ने कमरे का दरवाजा खोलकर युवती को छुड़ाया और उसे सुरक्षित घर तक पहुंचा दिया. घर पहुंचते ही युवती ने अपने परिजनों को पूरी बात बताई, जिसके बाद परिजन युवती को थाने लेकर पहुंचे.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने एसडीओपी डभौरा रुपेन्द्र धुर्वे, विवि थाना प्रभारी हितेन्द्रनाथ शर्मा और बिछिया थाना प्रभारी मनीषा उपाध्याय की निगरानी में विशेष टीमों का गठन किया. इन टीमों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी गौरव वर्मा, उसके साथी निखिल साकेत और शनि साकेत को गिरफ्तार कर लिया है.
नौकरी छोड़ ज्वाइन की थी AAP
गौरव वर्मा पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. दिल्ली में एक आईटी कंपनी में अच्छे खासे पैकेज पर नौकरी करता था. इस दौरान उसका रुख आम आदमी पार्टी की तरफ बढ़ने लगा. अरविंद केजरीवाल से नजदीकियां बढ़ी और उसने नौकरी छोड़ दी. रीवा विधानसभा क्षेत्र से उसे 2018 विधानसभा चुनाव का टिकट दिया गया था. इस चुनाव में गौरव की जमानत जब्त हो गई साथ ही चुनाव हारने के बाद उसकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई. गौरव पहले से शादीशुदा था लेकिन चुनाव के बाद उसका तलाक हो गया था.