केन्द्र सरकार के कृषि बिलाें के विरोध में गुरुवार को आंदोलनकारी जगह-जगह ट्रेने रोकने पहुंचे। जयपुर में दो जगह ट्रेन रोको आंदोलन का असर दखा। एक जगतपुरा और दूसरा गांधी नगर स्टेशन। दोनों ही जगह किसान आंदोलन से जुड़े आंदोलनकारी ने ट्रैक पर प्रदर्शन किया। आंदोलन को देखते हुए रेलवे प्रशासन पहले से ही सतर्क रहा। उत्तर-पश्चिम रेलवे (NWR) जोन ने लगभग 52 स्टेशनों को संवेदनशील मानते हुए वहां स्पेशल फोर्स तैनात कर दी गई थीं।
उत्तर पश्चिम रेलवे जोन की मुख्य सुरक्षा आयुक्त अरोमा सिंह ने बताया कि संवेदनशील स्टेशनों पर ट्रेन रोकने की आशंकाओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का फैसला किया हैं। इसके लिए लोकल थाने की पुलिस से फोर्स लेने के अलावा राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के जवान भी तैनात किए गए। ताकि आंदोलन के समय अगर ट्रेन रुकी तो आमजन को किसी तरह की परेशानी न हो।
हरियाणा बेल्ट में ज्यादा रह सकता है प्रभाव
आयुक्त ने बताया कि बंद का असर हरियाणा, दिल्ली NCR से लगते स्टेशनों के आस-पास ज्यादा देखने को मिल सकता है। जिन 52 स्टेशनों को संवेदनशील माना है उसमें ज्यादातर स्टेशन इसी क्षेत्र के है। उन्होंने बताया कि आंदोलन को देखते हुए रेलवे की ओर से ट्रेनों को कैंसल नहीं किया है। जरूरत के अनुसार ट्रेनों को रूट डायवर्ट कर चलाया जा रहा है।
जयपुर डिवीजन में 2.54 लाख के टिकट रिफंड
रेलवे सूत्रों की मानें ताे जयपुर डिवीजन से चलने वाली ट्रेनों के संचालन को भले ही बंद न किया हो, लेकिन यात्रियों में इसको लेकर भय जरूर है। 16 फरवरी को जयपुर डिवीजन में लगभग 2.54 लाख रुपए के टिकट्स कैंसिल हुए है, जिनका रेलवे की ओर से रिफंड किया गया है। जिन यात्रियों ने ये टिकट कैंसिल करवाए गए उनमें से अधिकांश 18 फरवरी को यात्रा करने वाले थे।