चेन्नई से नौसैनिक के अपहरण और ‘हत्या’ में पालघर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पालघर पुलिस अधीक्षक दत्तात्रय शिंदे ने दावा किया है कि अभी तक की जांच में नौसैनिक के अपहरण के बाद उसे जिंदा जलाने का दावा फर्जी पाया गया है. एसपी शिंदे ने बताया कि नौसैनिक सूरज कुमार दुबे पर लाखों रुपये का कर्ज था, जिसे वो वापस नहीं कर पा रहे थे. इसलिए उसने अपने ही अपहरण और हत्या की कोशिश की साजिश रची.
लेकिन वो इतना अधिक जल गया कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने चेन्नई और तलासरी इलाके सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं. सीसीटीवी फुजेट में सूरज
अकेले ही घूमता दिख रहा है. एक सीसीटीवी में वो महाराष्ट्र के तलासरी के पेट्रोल पंप से 300 रुपये का ड्रम खरीद कर उसमे पेट्रोल लेते भी दिखा है. 5 फरवरी को मुंबई से सटे पालघर में कुछ लोगों को एक आदमी काफी जली हुई हालत में मिला था. लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंच कर घायल को अस्पताल पहुंचाती है.
मरने से पहले खुद बताई थी अपहरण की कहानी
जांच में पता चलता है घायल नेवी सेलर सूरज दूबे है, घायल स्थिति में ही सूरज ने पुलिस को इस बारे में जानकारी दी कि 30 जनवरी को उसका किसी ने चेन्नई एयरपोर्ट से अपहरण कर लिया था और सड़क के रास्ते पालघर लेकर आए. सूरज ने यह भी पुलिस को बताया की अपहरण कर्ताओं ने उसके घर वालों से 10 लाख की फिरौती भी मांगी थी.
सूरज के इस स्टेटमेंट के बाद उसकी मौत हो गई. इस मामले को पालघर पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया और पूरी जांच की. तो जांच में पता चला की सूरज ने ही अपने अपहरण की कहानी बनाई थी.