वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने अगले वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत के ग्रोथ का अपना अनुमान संशोधित किया है. मूडीज के मुताबिक अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 13.7 फीसदी की दर से बढ़ेगी.
मूडीज (Moody’s) ने बृहस्पतिवार को अगले वित्त वर्ष के लिये भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान पहले के 10.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 13.7 प्रतिशत कर दिया है. आर्थिक गतिविधियों (Moody’s forecasts) के सामान्य होने और कोविड-19 का टीका बाजार में आने के बाद बाजार में बढ़ते विश्वास को देखते हुये यह नया अनुमान लगाया गया है. इसके पहले मूडीज का अनुमान था कि 2021-22 में भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ 10.8 फीसदी रहेगी.
रेटिंग में किया सुधार
अमेरिका की इस रेटिंग एजेंसी ने इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में आने वाली गिरावट के अनुमान को भी अपने पहले के 10.6 प्रतिशत में सुधार लाते हुये इसे 7 प्रतिशत कर दिया है. यानी अब चालू वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की गिरावट सात प्रतिशत रहने का अनुमान है.
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस के सहायक प्रबंध निदेशक जेने फेंग ने कहा, ‘‘हमारा वर्तमान अनुमान यह है कि मौजूदा मार्च 2021 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में सात प्रतिशत की गिरावट रहेगी. वहीं, हम गतिविधियों के सामान्य होने और आधारभूत प्रभाव को देखते हुये अगले वित्त वर्ष में 13.7 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं.’’
इकोनॉमिस्ट इक्रा का अनुमान
वहीं, इक्रा की प्रधान इकोनॉमिस्ट आदिति नायर ने कहा कि वह चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर से दिसंबर 2020 की तीसरी तिमाही में 0.3 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद करतीं हैं. इक्रा का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में सात प्रतिशत नीचे रहेगी जबकि अगले वित्त वर्ष में इसमें 10.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जायेगी.