छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सरकार को घेरने के लिए कर्मचारी संगठन ने नई रणनीति बनाई है. कर्मचारी संगठन राज्य में पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को लागू करने के लिए 13 मार्च को राजधानी में प्रदर्शन (Protest) करेगा.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन (Old Pension) की बहाली की मांग को लेकर 13 मार्च को रायपुर (Raipur) स्थित बूढ़ातालाब धरना स्थल में पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर तले धरना प्रदर्शन देंगे. इस धरने के साथ ही कर्मचारी रैली निकालकर पुरानी पेंशन बहाली की मांग को और भी मजबूत करेंगे. इस धरना प्रदर्शन में राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. पी. रावत भी भाग लेंगे और राष्ट्रीय स्तर पर पुरानी पेंशन के लिए किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालेंगे
पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के वीरेंद्र दुबे संजय शर्मा और लैलुन भारद्वाज ने बताया कि प्रदेश के सभी विभागों के लगभग 6 लाख अधिकारी कर्मचारी इस प्रदर्शन में भाग लेंगे. वीरेंद्र दुबे ने आगे बताया कि सेवानिवृत्त होने के पश्चात न के बराबर पेंशन प्राप्त होता है, जिससे बुढ़ापे में जीवनयापन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि नई पेंशन योजना को समाप्त करते हुए पुरानी पेंशन योजना को पुनः बहाल किया जाए.
संयुक्त मोर्चा के वीरेंद्र दुबे, संजय शर्मा, लैलुन भारद्वाज ने बताया कि 13 मार्च के कार्यक्रम के लिए सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. कार्यक्रम के सफल आयोजन के साथ ही केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार को कड़ा संदेश दिया जाएगा. नई पेंशन योजना जैसे कुप्रथा को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना को लागू करवाने हेतु संयुक्त मोर्चा द्वारा प्रयास किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों का कहना है कि सरकार के द्वारा बनाई गई नई पेंशन योजना से कर्मचारियों को पेट पालना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि इसमें मिलने वाली राशि बहुत ही कम हैं. इसलिए सरकार को पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना चाहिए. साथ ही कर्मचारी संगठन ने सरकार को चेतावनी देते हुए 13 मार्च को रायपुर में पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए विशाल रैली करने की बात कही है.