रायपुर के मंदिर हसौद के नारा गांव स्थित विवेकानंद कॉलेज में दो मार्च की रात चोरी हो गई। जब सुबह कॉलेज का स्टाफ पहुंचा तो देखा कि कैंपस के प्रशासनिक भवन में हर तरफ कागज बिखरे हुए हैं। दरवाजों और अलमारी के ताले टूटे हुए थे। प्रिंसिपल के केबिन में तोड़फोड़ हुई थी। कॉलेज के पिछले हिस्से के दरवाजे टूटे हुए थे। अलमारी से कैश तो गायब ही था साथ ही कुछ गोपनीय फाइलें भी गायब थीं। लाइब्रेरी जाकर देखने पर पता चला कि 1500 किताबें भी चोर अपने साथ ले गए हैं।
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉक्टर एस खान ने बताईं। उन्हें बताया कि 2 मार्च की रात को यह सारा वाक्या उनके कॉलेज में हुआ। सुबह 3 मार्च को उन्हें इस घटना की जानकारी मिली और अब उन्होंने मंदिर हसौद थाने में इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कैंपस से बड़ी तादाद में सामान चोरी हुए हैं। इस वजह से कॉलेज प्रबंधन और पुलिस को इस बात का शक है कि किसी छोटे ट्रक को लाकर इस घटना को अंजाम दिया गया है। सारा सामान ले जाना किसी एक चोर के बस की बात नहीं। घटना को चोरों के पांच से सात लोगों के गिरोह ने अंजाम दिया होगा, वो लगातार रात भर कॉलेज में उत्पात मचाते रहे और सामान को मिनी ट्रक में भरकर भाग गए । हालांकि अब आसपास के ग्रामीणों आसपास रहने वाले ग्रामीणों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
यह सामान हुए चोरी
छात्रों से मिली फीस की राशि लगभग 50 हजार रुपए, एक मोबाइल, इंटरनेट का राउटर, अलमारी के अंदर रखे हुए 4 सीसीटीवी कैमरों का सेटअप, माइक एंप्लिफायर बोरिंग का केबल, महाविद्यालय की अधोसंरचना से जुड़ी गोपनीय फाइल, करीब 1500 किताबें, महाविद्यालय द्वारा चलाए जाने वाले स्कूल की गोपनीय फाइल 2 मार्च की रात को चोर अपने साथ ले गए। साल 2020 में मई के महीने में कॉलेज के कंप्यूटर और प्रिंटर भी चोरी हो चुके थे।
बिना गांव वालों की मदद के यह मुमकिन नहीं
कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ एस खान ने बताया कि चोर कॉलेज के पिछले हिस्से से कैंपस में दाखिल हुए। पिछला हिस्से की तरफ खेत है, ये इलाका वीरान ही रहता है। इसी रास्ते से चोर कॉलेज में आए । पीछे का दरवाजा तोड़ा गया, इसके बाद प्रिंसिपल का केबिन तोड़कर वहां भी चोरी की घटना को अंजाम दिया।
प्रिंसिपल ने बताया कि जिस तरीके से आलमारियों को खोला गया और जरूरी चीजों को जानबूझकर निकाला गया उससे लगता है कि गांव वालों ने इस पूरी घटना में मदद की है। घटना को अंजाम देने वालों को ये पता था कि फाइलों को चुराना है। क्योंकि सामान्यतः चोर इस तरह के दस्तावेजों पर हाथ साफ नहीं करेंगे। दूसरी तरफ मंदिर हसौद पुलिस ने इस पूरे मामले में छानबीन शुरू कर दी है। गांव वालों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।