सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक (Indian Bank) ने गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को बैंक के तीन खातों को धोखाधड़ी वाले खाते बताया. इन खातों में कुल मिलाकर 35 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बकाया है.
सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक (Indian Bank) ने गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को बैंक के तीन खातों की जानकारी देते हुए उन्हें धोखाधड़ी वाले खाते बताया और साथ ही ये भी जानकारी दी कि इनमें कुल मिलाकर 35 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बकाया हैं. बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी जानकारी में इन अकाउंट्स को धोखाधड़ी वाले खाते बताया है और भारतीय रिजर्व बैंक को नियामक आवश्यकता के अनुसार सूचना दी गई है.
इन खातों को घोषित किया फ्रॉड
इंडियन बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी जानकारी में कहा है कि उसने गैर- निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) वाले तीन खातों — एस
कुमार्स नेशनवाइड लिमिटेड, प्रिया लिमिटेड और युवराज पावर प्रॉजेक्ट्स– को धोखाधड़ी वाले खाते घोषित किया है. उसने यह जानकारी नियामकीय आवश्यकता के तहत रिजर्व बैंक को दी है. बैंक ने कहा है कि इन तीनों खातों में कुल 35.29 करोड़ रुपये के धन का हस्तांतरण हुआ है.
बैंक ने बताया कि एस कुमार्स नेशनवाइड लिमिटेड पर 14.51 करोड़ रुपये बकाया हैं, प्रिया लिमिटेड पर 9.73 करोड़ रुपये और युवराज पावर प्रोजेक्ट्स 11.05 पर करोड़ रुपये बकाया हैं. ऋणदाता ने कहा कि पहले के दो खातों में 100 प्रतिशत तक लोन का प्रावधान है, जबकि तीसरे खाते में दिसंबर 2020 के अंत में 9.60 करोड़ रुपये का प्रावधान शामिल है.
जानिए क्या होता है NPA
गैर निष्पादित संपत्तियां (NPA) वे ऋण हैं जोकि बैंकों द्वारा शुरुआत में अपने ग्राहकों को दिए गए, परंतु कुछ समय अंतराल के बाद इन ऋणों का वापस आना बंद हो गया. जिससे बैंकों की आय रुक जाती है तथा उनके द्वारा दिया हुआ ऋण भी खतरे में पड़ जाता है. यदि मूलधन भुगतान 91 दिन से एवं ब्याज भुगतान 365 दिन से अधिक रोक दिया जाये तो वो ऋण गैर निष्पादित संपत्ति (NPA) बन जाता है.