म्यांमार के सुरक्षा बलों ने गुरुवार को सेना के तख्तापलट का विरोध करने वाले कम से कम 10 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी.
म्यांमार (Myanmar news) के सुरक्षा बलों ने गुरुवार को सेना के तख्तापलट का विरोध करने वाले कम से कम 10 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके साथ ही सेना ने अपदस्थ सरकार की नेता आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) के खिलाफ एक नया आरोप भी लगाया. इसमें कहा गया है कि साल 2017-18 में उन्हें अवैध रूप से 600,000 डॉलर यानी 4.35 करोड़ रुपये लिये. साथ ही उन पर एक राजनीतिक सहयोगी से अवैध रूप सोने की छड़ें भी स्वीकार करने आ आरोप है.
सू की और राष्ट्रपति विन म्यिंट को कम गंभीर आरोपों पर हिरासत में लिया गया. माना जा रहा है कि नए आरोप का उद्देश्य स्पष्ट रूप से सू की को बदनाम करना और शायद उन पर गंभीर
अपराध का आरोप लगाना है.
इस शख्स ने दिये पैसे और सोने की छड़
सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल ज़ॉ मिन टुन ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि यंगून के पूर्व मुख्यमंत्री फ़्यो मिन थीन ने सू की को पैसा और सोना देना स्वीकार किया था लेकिन कोई सबूत नहीं दिया. सू की की सरकार के 1 फरवरी को तख्तापलट के बाद से म्यांमार में विरोध, हड़ताल और नागरिक अवज्ञा सरीखे आंदोलन जारी हैं.
सोशल मीडिया पर स्थानीय प्रेस रिपोर्ट और पोस्ट में कहा गया है कि म्यांग में छह मौतें हुईं, मध्य मैगवे क्षेत्र के एक शहर और यांगून, मंडालय, बागो और ताऊंगू में एक-एक मौते हुईं. सुरक्षा बलों ने पिछले विरोध प्रदर्शनों के दौरान जिन्दा गोला बारूद पर भी हमला किया, जिससे कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई. विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ उन्होंने आंसू गैस, रबर की गोलियां, वाटर कैनन और स्टन ग्रेनेड भी इस्तेमाल किया था. कई प्रदर्शनकारियों को बेरहमी से पीटा गया है.