एक तरफ देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हालात खराब होते जा रहे हैं. दूसरी ओर वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीत खींचतान तेज हो गई है. दिल्ली-महाराष्ट्र समेत तमाम राज्यों ने केंद्र से वैक्सीन डोज की कमी की शिकायत की है. मुंबई में बृहन्नमुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन (BMC) ने कन्फर्म किया है कि मुंबई में कुल 120 वैक्सीनेशन सेंटर्स है, इसमें प्राइवेट सेंटर्स की संख्या 73 है, इसमें से 26 बंद हो गए हैं. बाकी 26 सेंटर आज शाम के बाद बंद होंगे. बचे हुए 21 टीके का स्टॉक खत्म होने के कारण शुक्रवार तक बंद हो जाएंगे. इनके अलावा 23 वैक्सीनेशन सेंटर नवी मुंबई में बंद हो चुके हैं
वैक्सीन की शॉर्टेज को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार पर भेदभाद का आरोप लगाया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने आरोप लगाया कि हमें हफ्ते में सिर्फ 17 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज मिली है, जबकि यूपी को 48 लाख, एमपी को 40 लाख और गुजरात को 30 लाख वैक्सीन डोज दी गई है.
पीएम मोदी के सामने रखेंगे 4 मांगे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि सीएम ठाकरे, पीएम नरेंद्र मोदी के सामने कुछ मांगें रखने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा ‘देश में सबसे ज्यादा टीके महाराष्ट्र में लगाए जा रहे हैं. रोजाना चार लाख टीके लग रहे हैं.’ उन्होंने कहा ‘हम टीकाकरण की संख्या को बढ़ाकर 6 लाख से ज्यादा कर रहे हैं.’ उन्होंने दावा किया है कि सरकार के पास रोज 6 लाख लोगों को वैक्सीन देने की क्षमता है, तो उन्हें हर हफ्ते 40 लाख और हर महीने 1.60 करोड़ डोज मिलने चाहिए.
टोपे के अनुसार, इस दौरान ठाकरे हर दिन 6 लाख से ज्यादा वैक्सीन दिए जाने, ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने, रेमेडिसिविर की कीमत को नियंत्रित करने और वेंटिलेटर को ठीक करने की मांग कर सकते हैं. खास बात है कि राज्य का पुणे पहले ही सरकारी और निजी अस्पातलों में बिस्तर और वेंटिलेटर की कमी से जूझ रहा है. यहां नगर निगम ने सेना से मदद मांगी है.
वहीं, महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की कोरोना वैक्सीन के मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से बात हुई है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सवाल किया है कि आखिर राज्य के साथ भेदभाव क्यों किया गया है. उन्होंने बताया कि राज्य के सतारा, सांगली और पनवेल में वैक्सीनेशन रुक गया है.