आम आदमी को बहुत जल्द पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel Price) खरीदना महंगा पड़ सकता है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMC) द्वारा देश में ईंधन की कीमतों को लगभग दो महीने तक कोई बदलाव नहीं किया गया है. अब खबर है कि दो मई (2 may) को चुनाव परिणाम (Assembly election 2021) घोषित होने के तुरंत बाद रुझान बदल सकता है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद यानी 2 मई के बाद तेल के दाम बढ़ेंगे. बता दें कि विमान ईंधन के मूल्य में शनिवार को 6.7 की एक बड़ी वृद्धि की गई है. वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के महंगा होने से जल्द ही डीजल और पेट्रोल के खुदरा भाव भी बढ़ाए जा सकते हैं. सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने दिल्ली में विमान ईंधन (ATF) का भाव प्रति हजार लीटर 3,885 रुपये यानी 6.7 प्रतिशत बढ़ा कर 61,690.28 रुपये कर दिया.
19 अप्रैल को एक प्रतिशत की कमी की गई थी
विभिन्न राज्यों पेट्रोलियम पर बिक्री कर की दरों में भिन्नता के कारण वहां एटीएफ के भाव अलग अलग हो सकते हैं. इससे पहले कंपनियों ने दो बार एटीएफ के भाव घटाए थे. पहली अप्रैल को इसमें तीन प्रतिशत और 19 अप्रैल को एक प्रतिशत की कमी की गयी थी.
लगातार 16वें दिन पेट्रोल-डीजल के भाव स्थिर
डीजल एवं पेट्रोल के भाव लगातार 16वें दिन एक ही स्तर पर बने हुए हैं. दिल्ली में पेट्रोल 90.40 रुपये और डीजल 80.73 रुपये प्रति लीटर का पड़ रहा है. अधिकारियों ने संकेत दिया है कि मोटर वाहन ईंधनों के दामों में जल्दी ही संधोशन किया जा सकता है. एक अधिकारी ने कहा कि पिछले चार दिन (27 अप्रैल) से दाम लगातार चढ़ रहे हैं और इस दौरान दुबई में कच्चा तेल 2.91 डालर प्रति बैरल महंगा हो चुका है. पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्यों में क्रमश: 60 प्रतिशत और 54 प्रतिशत केंद्रीय व राज्य स्तरीय करों का होता है.