सबसे ज्यादा चर्चित माने जा रहे पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों की घोषणा हो रही है. सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस राज्य में एक बार फिर सत्ता वापसी की राह पर नजर आ रहा है. वहीं, बीते साल से सियासी तौर पर बंगाल में सक्रिय भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सैकड़ा तक पहुंचने में भी मुश्किल हो रही है. खास बात है कि ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि तमाम विरोध के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की सरकार एक बार फिर उतनी ही दम से सत्ता बना सकती हैं. राज्य में कुल 292 सीटों पर यह मतदान हुआ है.
खबर लिखे जाने तक टीएमसी 208 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. वहीं, पार्टी ने 14 सीटों पर जीत भी दर्ज कर ली है. अपने निकटतम प्रत्याशी बीजेपी से टीएमसी काफी मजबूत बढ़त बनाए हुए है. हालांकि, मतगणना के दौरान शुरुआती रुझानों में ही टीएमसी ने जल्दी बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया था. अब कहा जा रहा है कि बंगाल में जोड़े का फूल खिलता दिख रहा है और तृणमूल ने बीते चुनाव जैसी जीत ही दर्ज करती दिख रही है.
2016 के आंकड़े क्या कहते हैं
पिछले विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 71.5 फीसदी यानि 211 सीटें हासिल कर सरकार बनाई थी. इससे पहले भी 2011 में टीएमसी ने वाम शासन को उखाड़कर सत्ता हासिल की थी. हालांकि, उस दौरान टीएमसी ने 185 सीटों पर विजय प्राप्त की थी. इस बार चुनावी जानकार बता रहे थे कि मतुआ, प्रवासी और हिंदी भाषी समुदाय के वोट के चलते ममता को नुकसान उठाना पड़ सकता है, लेकिन मिल रहे आंकड़े बताते हैं कि सीएम बनर्जी एक बार फिर पिछले चुनाव की तरह ही वापसी कर रही हैं.
बीजेपी ने भी सुधारा प्रदर्शन
इस चुनाव की जब से चर्चा शुरू हुई थी, तब से ही बीजेपी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा समेत कई दिग्गज बड़ी जीत का दावा कर रहे थे. बीजेपी ने इस बार 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया था. जारी नतीजों को देखें, तो यह आंकड़ा काफी दूर है. हालांकि, बीते चुनाव की तुलना में बीजेपी ने अपने प्रदर्शन में जमकर सुधार किया है. 2016 में महज तीन सीटों पर सिमटी बीजेपी फिलहाल 82 सीटों पर बढ़त हासिल किए हुए है. पार्टी अब तक तीन सीटें जीत चुकी है.
शुभेंदु बनाम ममता में पेंच फंसा
शुभेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी को बंगाल राजनीति के दो दिग्गज चेहरे कहा जा सकता है. पिछले चुनाव में भवानीपुर सीट से शानदार दर्ज करने वाली ममता ने इस बार नंदीग्राम का रुख किया था. दरअसल, कभी टीएमसी सरकार में मंत्री और सीएम बनर्जी के करीबी रहे अधिकारी बीते साल नवंबर में बीजेपी में शामिल हो गए थे. उन्होंने इस बार बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था. खबर लिखे जाने तक अधिकारी अपनी प्रतिद्विंदी से आगे चल रहे हैं.