राजस्थान में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ट्वीट के बाद अब प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन (Complete lockdown) लगाने की ओर बढ़ रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री समूह का गठन कर संकेत दे दिए हैं कि प्रदेश में लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए और सख्त कदम उठाने के लिए 5 मंत्रियों के एक समूह का गठन किया गया है. यह मंत्री समूह संभावित कदमों पर विचार कर गुरुवार को अपने सुझाव देगा. उसके आधार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
मंत्री समूह में ये मंत्री हैं शामिल
इस मंत्री समूह में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, जलदाय मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा तथा चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग शामिल किया गया है. बैठक में आम राय थी कि संक्रमण की इस चिंताजनक स्थिति पर अंकुश लगाने के लिए कुछ समय तक विवाह आयोजनों को स्थगित कर दिया जाए. बहुत अधिक आवश्यकता हो तो केवल कोर्ट मैरिज ही की जाए. रेड अलर्ट कर्फ्यू की गाइडलाइन को सख्ती से लागू करते हुए आवागमन न्यूनतम किए जाने का सुझाव दिया गया.
125 करोड़ से 59 निकायों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
बैठक में बताया गया कि नगरीय विकास तथा स्वायत्त शासन विभाग ने राज्य के 59 निकाय क्षेत्रों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की महत्वपूर्ण योजना तैयार की है. इस पर करीब 125 करोड़ रुपये खर्च होना अनुमानित है. करीब दो माह में ये प्लांट स्थापित हो सकेंगे. इनसे ऑक्सीजन की उपलब्धता में सुधार आएगा. बैठक में कहा गया कि दूसरी लहर के साथ-साथ तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए राज्य सरकार को कोविड प्रबंधन के लिए जरूरी संसाधन समय रहते जुटा लेने चाहिए.
केंद्र से टैंकर उपलब्ध करवाने की मांग
बैठक में संक्रमण के गहराते संकट से निपटने के लिए और भी कड़े कदम उठाने तथा चिकित्सा सुविधाओं के निरंतर विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण के लिए महत्वपूर्ण निर्णय किए गए. मंत्रिपरिषद ने केंद्र सरकार से लगातार आग्रह के बावजूद राज्य को एक्टिव केसेज के अनुपात में मेडिकल ऑक्सीजन एवं रेमडेसिविर की आपूर्ति नहीं मिलने पर चिंता व्यक्त की. बैठक देश के सुदूर स्थानों से ऑक्सीजन का उठाव करने के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्र से टैंकर उपलब्ध करवाने की मांग रखी गई. इसके साथ ही राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत बर्नपुर तथा कलिंगानगर की बजाय जामनगर एवं भिवाड़ी से ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ाने पर बल दिया गया. इससे ऑक्सीजन का जल्द उठाव किया जाना संभव हो सकेगा.