राजस्थान में 10 मई से लागू होने वाले लॉकडाउन से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार देर रात कोरोना प्रबंधन पर समीक्षा बैठक ली. सभी विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्होंने लॉकडाउन की तैयारियों पर फीडबैक लिया. बैठक में सभी विभागों के अफसरों ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया की लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में किसी प्रकार के अप्रिय हालात का सामना नहीं करना पड़ेगा. सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
समीक्षा बैठक में प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार ने बताया कि लॉकडाउन की गाइडलाइन में लोगों की आवाजाही रोकने के कड़े प्रावधान किए गए हैं. उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए हमें जीरो मोबिलिटी की ओर बढ़ना पड़ेगा. डीजीपी एमएल लाठर ने बताया कि लॉकडाउन की गाइडलाइन के पालन के लिए एनफोर्समेंट बढ़ा दिया गया है. नियमित पुलिस बल के साथ-साथ अन्य एजेंसियों और होमगार्ड्स की भी सेवाएं ली जा रही हैं.
हर विभाग ने सीएम को दिया अपडेट
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव सिद्धार्थ महाजन तथा चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने एनएचएम, भारत सरकार, चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं अन्य माध्यमों से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की प्रगति के बारे में सीएम को जानकारी दी. उद्योग सचिव आशुतोष एटी ने ऑक्सीजन उठाव और शासन सचिव स्वायत्त शासन भवानी सिंह देथा ने 59 नगरीय निकायों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू करने की जानकारी दी. सूचना एवं जनसंपर्क निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने जागरूकता अभियान के बारे में बताया.
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका
बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना का संक्रमण ग्रामीण क्षेत्रों एवं युवाओं में भी तेजी से फैल रहा है. मृत्यु की दर भी पहली लहर के मुकाबले बहुत अधिक है. इस कारण विशेषज्ञ तीसरी लहर की आशंका व्यक्त कर रहे हैं, जिसके मद्देनजर सीएचसी-पीएचसी स्तर तक बेड, ऑक्सीजन एवं अन्य संसाधनों की उपलब्धता की मास्टर प्लानिंग करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस गति से संक्रमण फैल रहा है उसमें बेहद जरूरी है कि सभी लोग स्व-अनुशासन में रहकर राज्य सरकार के जीवनरक्षा के संकल्प में सहयोग दें. उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे अपनी और अपनों की जीवनरक्षा के लिए 10 मई से लागू होने वाली लॉकडाउन की गाइडलाइन का पालन करें.