भारत में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V के दाम आखिरकार तय कर लिए गए हैं. आयात की गई वैक्सीन की कीमत 948 रुपये प्रति डोज रखी गई है. हालांकि, इस कीमत में 5 प्रतिशत वस्तु एवं सेवा कर यानि जीएसटी अलग अलग से लगाया जाएगा. इस बात की जानकारी डॉक्टर रेड्डीज लैबोरेटरीज ने दी है. संभावना जताई जा रही है कि स्थानीय सप्लाई शुरू होने के बाद वैक्सीन की दरों में कमी आ सकती है.
हैदराबाद में स्पूतनिक-V के शुक्रवार को पहले डोज दिए गए हैं. डॉक्टर रेड्डीज लैबोरेटरीज की तरफ से जानकारी दी गई है कि स्पूतनिक-V की पहली खेप भारत में 1 मई को आई थी. इसे 13 मई को हिमाचल प्रदेश के कसौली में स्थित सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी ने मंजूरी दे दी है. कहा जा रहा है कि इस वैक्सीन की प्रभावकारिता दर 91.6 प्रतिशत है.
अगले हफ्ते तक बाजार में आने की संभावना
गुरुवार को केंद्र ने जानकारी दी थी कि यह वैक्सीन अगले सप्ताह से बाजार में आ सकती है. डॉक्टर रेड्डीज ने कहा कि वैक्सीन को ज्यादा से ज्यादा उपलब्ध कराने के लिए वे निजी सेक्टर और सरकार में अंशधारकों के साथ नजदीक से मिलकर काम करेंगे. गुरुवार को कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉक्टर विनोद कुमार पॉल ने कहा है कि दिसंबर तक सभी नागरिकों को टीका लगाने के लिए देश के पास पर्याप्त वैक्सीन होगी. उन्होंने कहा था कि अगस्त से दिसंबर के बीच 216 करोड़ डोज उपलब्ध होंगे. सरकार ने अपने रोडमैप में स्पूतनिक-V का नाम शामिल किया था.
वैक्सीन के बारे में जानिए
स्पूतनिक-V में नॉन-रेप्लिकेटिंग वायरल वेक्टर वैक्सीन में दो इंसानी एडेनोवायरस- Ad5 और Ad6 का इस्तेमाल किया गया है. एडेनोवायरस कोशिकाओं से टकराते हैं और उनकी सतह पर मौजूद प्रोटीन पर पकड़ बना लेते हैं. एक बार शरीर में इंजेक्ट होने के बाद, ये वैक्सीन वायरस हमारी कोशिकाओं को संक्रमित करना शुरू कर देते हैं. इसके बाद इंसानी सेल एंटीजन ऐसे तैयार करना शुरू कर देता है, जैसे वह उसका अपना ही प्रोटीन है.