चीन (China) ने 6 भारतीय मरीन निर्यात कंपनी के सी फूड उत्पाद पर एक हफ्ते के लिए रोक लगा दी है. ये फैसला तब लिया गया जब चाइनीस कस्टम ने पैकेजिंग में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मिलने का दावा किया था. चीन पिछले साल से ही दुनियाभर से आयात किए हुए फ्रोजन खाद्य उत्पादों की जांच करती आ रही है. ये पहला मामला नहीं है, जब किसी आयात किए हुए खाद्य उत्पादों पर रोक लगाई गई हो, इससे पहले भी समय समय पर पैकेजिंग में वायरस मिलने पर उसके आयात को कुछ वक्त के लिए रोका गया है.
चीन के कस्टम विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि 6 भारतीय कंपनियों के सीफूड उत्पादों के पैकेज में वायरस पाया गया था, उसके बाद इनके आयात पर एक हफ्ते के लिए रोक लगा दी गई है. दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में जब पहली बार कोरोनावायरस के फैलने की खबर मिली थी, उसके बाद से चीन ने व्यापक स्तर पर इसके नियंत्रण के कदम उठाए थे. इसके लिए यहां बहुत कठोर नियमों का पालन भी किया गया, हालांकि इनमें बाहरे से आने वाले मामलों में लक्षण ज्यादा नज़र आ रहे हैं.
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चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि गुरुवार को वहां 6 ऐसे मामले मिले जिनमें कोविड-19 का संक्रमण स्थानीय स्तर पर हुआ था, ये सभी मामले दक्षिणी गुआंगडोंग प्रांत से हैं. वहीं बुधवार को 15 ऐसे मामले सामने आए जो बाहर से चीन मे दाखिल हुए थे. दुनियाभर में कोविड-19 की उत्पत्ति को लेकर अलग बहस छिड़ी हुई है और कई वैज्ञानिकों, राजनीतिकों इस घातक वायरस को लैब से लीक होना मान रहे हैं. चीन का वुहान इन्स्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, वुहान के हुनान सीफूड मार्केट के करीब था जहां से 2019 में इस वायरस का प्रकोप जारी हुआ था. इस संक्रमण के चलते अब तक दुनियाभर में करीब 17 करोड़ 40 संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं. और कम से कम 37 लाख के करीब लोग मारे जा चुके हैं.