निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह का बेतुका बयान सामने आया है. शिकायत करने पहुंचे अभिभावकों से स्कूल शिक्षा मंत्री ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. स्कूल शिक्षा मंत्री के बिगड़े बोल भी सामने आए हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री ने इन्दर सिंह परमार ने अभिभावकों से कहा मरना है तो जाओ मर जाओ.
स्कूल शिक्षा मंत्री के बिगड़े बोल, दिया बेेेतूूका बयान
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का हैरान कर देने वाला बयान सामने आया है. अभिभावक बड़ी संख्या में स्कूल शिक्षा मंत्री से निजी स्कूलों की मनमानी की शिकायत करने कर रहे थे. शिकायत को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री अचानक भड़क गए. अभिभावकों पर आग बबूला हो कर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि आप सभी को जहां भी शिकायत करनी है शिकायत कर दीजिए. आप लोगों को कोई आंदोलन करना है तो आंदोलन कर लीजिए. आप लोगों को मरना है तो मर जाइए.
मुख्यमंत्री से की संज्ञान की मांग
पालक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल विश्वकर्मा का कहना है कि सभी अभिभावक मंत्री के व्यवहार और अभद्रता से आहत है. मंत्री के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे. अभिभावकों को उम्मीद थी कि स्कूल शिक्षा मंत्री समस्या का समाधान करेंगे. लेकिन मंत्री समस्या के समाधान की जगह निजी स्कूलों की मनमानी को और बढ़ावा दे रहे है. पालक महासंघ ने मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले पर संज्ञान लेने की गुहार लगाई है.
निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान है अभिभावक
ऑनलाइन क्लासेज के बाद भी निजी स्कूलों की मनमानी जारी है. उच्च न्यायालय ने आदेश में कहा है कि कोरोना काल चलने तक निजी स्कूल अभिभावकों से केवल ट्यूशन फीस ले सकेंगे. बावजूद इसके निजी स्कूलों की मनमानी जारी है. ट्यूशन फीस के अलावा निजी स्कूल दूसरी मदों से भी फीस वसूल रहे हैं. निजी स्कूलों ने 30 से लेकर 50 फ़ीसदी तक फीस बढ़ा दी है. ऐसे में अभिभावक बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति के चलते निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान है. इसी को लेकर अभिभावकों ने स्कूल शिक्षा मंत्री से गुहार लगाई थी.