ताइवान में एक जूडो कोच ने 7 साल के नए स्टूडेंट की जान ले ली। बात इतनी सी थी कि छात्र ने ट्रेनर को इडियट कह दिया था। इसके बाद कोच ने अपने सभी शागिर्दों से नए स्टुडेंट को लड़वाया। इसी दौरान 27 बार जमीन पर पटकवाया भी। इससे स्टूडेंट उल्टी करते हुए बेहोश हो गया, तब उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां 2 महीने कोमा में रहने के बाद उसने दम तोड़ दिया।
स्टूडेंट का नाम हुआंग बताया जा रहा है। उसे 21 अप्रैल को सेंट्रल ताइचुंग के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, यहां हुआंग ब्रैन हैमरेज के साथ करीब 70 दिन कोमा में रहा। उसके शरीर के ज्यादातर अंगों ने भी काम करना बंद कर दिया था। पेरेंट्स ने हुआंग को लाइफ सपोर्ट से हटाने का फैसला किया था। इसी दौरान उसने दम तोड़ दिया।
कोच के पास लाइसेंस नहीं था
60 साल का कोच अपने सरनेम ‘हो’ से जाना जाता है। उसे हाल ही में कोर्ट से 3583 डॉलर (करीब 2.66 लाख रुपए) के साथ जमानत मिली है। यदि कोच दोषी पाया जाता है, तो उसे 7 साल से आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। मामला उठने के बाद पता चला है कि कोच के पास लाइसेंस भी नहीं था।
सिरदर्द और उल्टी के बाद भी कोच ने दया नहीं दिखाई
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, हुआंग के अंकल उसे 21 अप्रैल को ही ट्रेनर के पास ले गए थे। 7 साल का हुआंग जूडो पहली बार सीखने आया था, उसे इस बारे में कुछ पता नहीं था। इसी दौरान मासूम ने कोच को बिग इडिएट कह दिया। इसके बाद कोच ने अपने दूसरे सीनियर छात्रों से हुआंग को लड़वाया, जबकि वह मासूम कुछ भी बेसिक नहीं जानता था।
इसके बाद कोच ने अपने शागिर्दों से कहा कि वह हुआंग को उठाकर पटके। इस दौरान ट्रेनर हुआंग को गिरने के बाद बार-बार खड़े होने के लिए भी कहता था। करीब 12-15 बार पटकने के बाद हुआंग ने सिर में दर्द होने की शिकायत की, लेकिन कोच ने अनसुना कर दिया। इसके बाद मासूम को उल्टी होने लगी और वह बेहोश हो गया।
अंकल के सामने ही छात्र को बार-बार जमीन पर पटका
इतना होने के बाद भी कोच को दया नहीं आई और वह उसे लगातार पटकने के लिए कहता रहा। हुआंग के परिवार ने दावा किया है कि करीब 27 बार जमीन पर पटका है। हालांकि, रिपोर्ट में ऐसा कोई दावा नहीं किया गया। हुआंग के अंकल इस पूरी घटना के दौरान वहीं मौजूद थे, लेकिन वे कोच को रोक नहीं सके।